सोशल मीडिया पर इस समय एक वीडियो काफी वायरल है जिसमें पुलिस की टीम, अंडरवियर पहने कुछ युवकों को सरेआम डंडों से पीटती दिख रही है.
वीडियो के साथ तंज करते हुए कहा जा रहा कि ये लोग दलित समुदाय के हैं जो इंस्टाग्राम पर सवर्णों को धमका रहे थे और इसी कारण पुलिस ने इन्हें सबक सिखा दिया.
कई लोग इसे शेयर करते हुए कैप्शन में लिख रहे हैं, “इंस्टाग्राम पर मनुवादियों को धमकी देने बाली भीमटा गैंग की आज सेवा की गई टोचन जिंदाबाद”. इस दावे के साथ वीडियो एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं.
लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये कन्नड़ फिल्म की शूटिंग का वीडियो है, न कि किसी असल घटना का.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल वीडियो में कन्नड़ भाषा का एक लोगो दिख रहा है. गूगल लेंस से सर्च करने पर पता चला कि ये कन्नड़ सिनेमा से संबंधित कंटेंट पोस्ट करने वाले यूट्यूब चैनल “Kannada Pichhar” का लोगो है.
“Kannada Pichhar” ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर वायरल वीडियो 15 अप्रैल को अपलोड किया था. यहां वीडियो के साथ लिखा है कि ये “डेडली सोमा 2” नाम की फिल्म की शूटिंग का वीडियो है.
“Kannada Pichhar” ने इस फिल्म की शूटिंग के और भी कई वीडियो अपलोड किए हैं जिनमें कैमरामैन को पुलिस की ये पिटाई रिकॉर्ड करते देखा जा सकता है.
इस शूटिंग के बारे में उस समय खबरें भी आई थीं. इनमें बताया गया है कि ये शूटिंग बेंगलुरु में हुई थी. “डेडली सोमा 2”, 2005 में आई कन्नड़ फिल्म “डेडली सोमा” का सीक्वल है. इस फिल्म को रवि श्रीवत्सा डायरेक्ट कर रहे हैं. इस तरह हमारी जांच में ये बात साबित हो जाती है कि फिल्म शूटिंग के वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.