राजनीति में अकसर प्रतिमाओं का इस्तेमाल अपनी पार्टी के प्रभाव को दर्शाने के लिए किया जाता है. कई बार ऐसी प्रतिमाओं को तोड़कर विवाद भी खड़े किए जाते हैं. पिछले कुछ दिनों से देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक टूटी हुई प्रतिमा की तस्वीर सोशल मीडिया पर ये कहते हुए शेयर की जा रही है कि ये घटना बीजेपी शासित राज्य गुजरात की है.
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के विधायक नितिन राउत ने ट्विटर पर इंदिरा गांधी की टूटी हुई प्रतिमा की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'आप इंदिरा गांधी की प्रतिमा तोड़ सकते हैं, उनके विचार नहीं. फोटो पीएम नरेंद्र मोदी जी के गुजरात से आई है.'

इंडिया टुडे फैक्ट चेक टीम ने पाया कि इंदिरा गांधी की प्रतिमा को तोड़ने की घटना बीजेपी शासित राज्य गुजरात की नहीं बल्कि कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के झंझुनू जिले की है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड्स सर्च के जरिए हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनके मुताबिक इंदिरा गांधी की प्रतिमा को तोड़ने की ये घटना राजस्थान के झुंझनू जिले के पिलानी इलाके के कजारा गांव में 17 सितंबर की रात को हुई है.
हमें ‘न्यूज 24’ की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली जिसके मुताबिक कुछ असामाजिक तत्वों ने इस प्रतिमा को तोड़ दिया जिसके बाद मौके पर पुलिस भी पहुंची.
हमने पिलानी थाने के इंचार्ज रणजीत सिंह सेवदा से भी बात की. उन्होंने बताया कि इस मूर्ति को तोड़ने से पहले वॉट्सएप पर स्टेटस अपडेट करके इसका ऐलान किया गया था. ये ऐलान करने वाले शख्स को गुजरात के बड़ौदा से गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक ये प्रतिमा गांव के इंदिरा गांधी पार्क में 32 साल पहले लगाई गई थी जिसकी अब प्रशासन ने मरम्मत करा दी है.
(रिपोर्ट: सुमित कुमार दुबे)