महेला जयवर्धने (नाबाद 103) के शानदार शतक की बदौलत श्रीलंका ने क्रिकेट विश्व कप के खिताबी मुकाबले में निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर भारत के सामने 275 रनों का मजबूत लक्ष्य रखा. भारत की तरफ से युवराज और जहीर को दो जबकि हरभजन को एक विकेट मिल पाया.
टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने आई श्रीलंका की टीम को भारतीय गेंदबाजों ने खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया. सातवें ओवर की पहली गेंद पर जहीर ने उपल थरंगा (2) को सहवाग के हाथों कैच आउट कराकर श्रीलंका को पहला झटका दिया. इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 17/1 हो गया.
थरंगा के आउट होने के बाद कप्तान संगकारा क्रीज पर दिलशान का साथ देने आए हैं. कुमार संगकारा ने दो और तिलकरत्ने दिलशान ने एक चौका जड़ते हुए श्रीसंथ के एक ओवर में 15 रन लेकर उनकी जमकर धुनाई की. जिसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को गेंदबाजी के लिए हरभजन सिंह को बुलाना पड़ा.
हरभजन सिंह ने कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए तिलकरत्ने दिलशान को अपने दूसरे ओवर की तीसरी ही गेंद पर 33 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड करके एक करारा झटका दे दिया. इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 60/2 हो गया.
दिलशान के आउट होने के बाद महेला जयवर्धने क्रीज पर कुमार संगकारा का साथ देने आए. दोनों ने सिंगल लेना जारी रखा और खराब गेंद मिलने पर उसे सीमारेखा के पार भेजने में भी कोई गलती नहीं की. दोनों ने 56 गेंदों में (51 रन) अर्धशतकीय साझेदारी करके अपनी टीम को शुरुआती झटकों से उबार लिया. संगकारा अपने अर्धशतक के करीब ही थे कि युवराज सिंह ने उन्हें विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच कराकर चलता किया. संगकारा ने 67 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 48 रन की पारी खेली. उन्होंने जयवर्धने के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े. इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 122/3 हो गया.
जयवर्धने का साथ देने के लिए क्रीज पर थिलन समरवीरा ने आते ही श्रीसंथ की गेंद पर चौका जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए. हालांकि 31.3 ओवर में युवराज सिंह की गेंद पर भारत ने समरवीरा के खिलाफ कैच आउट का रिव्यू मांगा लेकिन वह श्रीलंका के पक्ष में गया. तब समरवीरा 11 रन बनाकर क्रीज पर बने हुए थे. जयवर्धने ने एक छोर पर डटकर खेलते हुए 49 गेंदों में 6 चौकों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया.
जयवर्धने और समरवीरा ने पांचवें विकेट के लिए 10.2 ओवर में 57 रन जोड़े ही थे कि समरवीरा एक बार फिर से युवराज की गेंद को पैर पर लगवा बैठे जिसके बाद टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रिव्यू लिया और इस बार सफलता भारत को मिली. युवराज ने समरवीरा को 21 रन के निजी स्कोर पर चलता किया और इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 179/4 हो गया.
समरवीरा के बाद मैदान पर आए चमारा कापूगेदरा ने युवी की चार गेंद खेलकर एक रन ही बनाया था कि जहीर के अगले ओवर की पांचवीं गेंद पर रैना को कैच देकर चलते बने. उन्होंने एक रन बनाया. इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 182/5 हो गया. जयवर्धन का साथ देने आए कुलशेखरा ने भी शानदार खेल दिखाते हुए 48वें ओवर में जहीर की गेंद पर छक्का जड़ते हुए 44 गेंदों पर छठे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी कर डाली.
एक छोर पर डटे हुए संगकारा ने भी 48वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका जड़कर 84 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. हालांकि इसी ओवर में एक रन चुराने के चक्कर में नुआन कुलशेखरा रन आउट हो गए. कुलशेखरा ने 30 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 32 रन बनाए.इसी के साथ श्रीलंका का स्कोर 248/6 हो गया.
टीम इंडिया ने बैटिंग पॉवरप्ले के दौरान 64 रन जोड़े जिनमें से जहीर ने तीन ओवरों में 45 रन दे डाले. जयवर्धने 103 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि थिसारा परेरा ने 9 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 22 रन की बेजोड़ पारी खेली.
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भारतीय गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहीर खान ने अपने शुरुआती तीन ओवर में एक भी रन नहीं दिया.
इससे पहले श्रीलंकाई कप्तान संगाकारा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. हालांकि इससे पहले भी एक बार टॉस किया गया जिसमें दोनों कप्तानों के बीच थोड़ी भूल-चूक के कारण दूसरी बार टॉस कराना पड़ा. श्रीलंका की ओर से चोटिल मैथ्यूज की जगह सूरज रणदीव और भारत के आशीष नेहरा की जगह श्रीशांत को टीम में शामिल किया गया है.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: महेंद्र सिंह धोनी, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, श्रीशांत, हरभजन सिंह, जहीर खान, विराट कोहली और मुनाफ पटेल.
श्रीलंका: कुमार संगकारा (कप्तान, विकेटकीपर), महेला जयवर्धने, तिलकरत्ने दिलशान, चामरा कापूगेदेरा, नुआन कुलाशेखरा, लसिथ मलिंगा, मुथया मुरलीधरन, थिसारा परेरा, तिलन समरवीरा, सूरज रणदीव और उपुल थरंगा.