देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन होने से द्वारका के सेक्टर 23 में वाटर बॉडी फिर से जीवित हो गई है. पर्यावरणविद दीवान सिंह का कहना है कि इस वजह से भूजल का लेवल स्थिर हो गया है. इसके अलावा भूजल का स्तर बढ़ने से दूसरी जलाशयों पर भी इसके बेहतर नतीजे देखने को मिलेंगे. दिल्ली में घरेलू खपत के लिए जलबोर्ड के पानी का इस्तेमाल हो रहा है. तमाम फैक्ट्रियां भी बंद हो गई है. इस वजह से यमुना भी साफ हो गई है. पर्यावरणविद दीवान सिंह से बात की हमारी संवाददाता प्रशस्ति ने, देखिए ये रिपोर्ट.
बढ़ते वायु प्रदूषण से परेशान होकर एक बच्चे ने अपील की है कि हमें सांस लेने दो. आज देश के महानगरों में बच्चे खुली सांस लेना चाहते हैं पर ले नहीं सकते. वे खेलना चाहते हैं पर खेल नहीं सकते. बच्चे जहां भी जाते हैं, हवा को गंदा पाते हैं. इन्हें सांस लेने दो... हमें सासं लेने दो.
शुरुआत के लिए एक विचार ही काफी होता है. प्रदीप सांगवान हीलिंग हिमालयाज़ फाउंडेशन के संस्थापक हैं. प्रदीप सांगवान और इनका फाउंडेशन हिमालय से लेकर गांवों तक सफाई करने के मिशन पर हैं. जानिये इनकी कहानी.
इस वीडियो में हम जानेंगे कि अपने घरों से निकलने वाले कचरे का प्रबंधन कर हम कैसे वायु प्रदूषण को रोक सकते हैं. साथ ही जानेंगे कि कौनसे छोटे-छोटे कदम प्रदूषण कम करने में बड़े बदलाव साबित हो सकते हैं.
इस वीडियो में हम आपके डीजल से चलने वाले वाहनों और मशीनों से फैलते प्रदूषण के बारे में बताएंगे. साथ ही बताएंगे कि डीजल इंजन से काम लेने के दौरान कौनसे छोटे-छोटे कदम प्रदूषण कम करने में बड़े बदलाव साबित हो सकते हैं.
भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ जंग छेड़ी. हरभजन सिंह ने संकल्प लिया कि प्रदूषण को कम करने के लिए वह हर संभव कदम उठाएंगे. अब आप भी ये संकल्प लें, हमें सांस लेने दो.
बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना ने बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए संकल्प लिया कि प्रदूषण से लड़ने के लिए वह हर कोशिश करेंगे. अब आप भी ये संकल्प लें, हमें सांस लेने दो.
हमें सांस लेने दो. 2018 में दुनिया के सबसे प्रदूषित 30 शहरों में से 22 भारत में थे. हमें अपने बच्चों और भविष्य के लिए इस खतरे को रोकने के लिए एक साथ आने की जरूरत है.
भारत घुट रहा है. हर तीन मिनट पर प्रदूषण ले रहा है एक बच्चे की जान. छीन लेगा हर दिल्लीवाली से उसके 17 साल. हम ताजी हवा के लायक हैं. वायु प्रदूषण के खतरे को रोकने के लिए एक साथ आओ. जुड़िए हमारी मुहिम के साथ, हमें सांस लेने दो.
ठंड के मौसम में भी दिल्ली की हवा लगातार खराब है. मंगलवार को भी दिल्ली की हवा की क्वालिटी 'खराब' स्तर पर रिकॉर्ड की गई है. मंगलवार को दिल्ली के लोधी रोड़ एरिया में PM 2.5 एयर क्वालिटी इंडेक्स 244 रिकॉर्ड किया गया है. जबकि यहां हवा में पीएम 10 की मात्रा 239 थी. वैज्ञानिक और हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि हवा में 50 से ज्यादा पीएम 2.5 की मात्रा सेहत के लिए खतरनाक होती है.
आनंद विहार में एक्यूआई 238, मुंडका में 257, ओखला में 241, पटपड़गंज में 207, नोएडा सेक्टर-62 में 286, ग्रेटर नोएडा में 286 और गुरुग्राम में 218 दर्ज किया गया.
दिल्ली वालों को आज ठंड से थोड़ी राहत मिलती दिख रही है. अधिकतम पारा भी 20 के आसपास जा सकता है, लेकिन बारिश की आशंका बनी हुई है. हालांकि, उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में अभी शीतलहर है, जिसका असर ट्रेन सेवाओं पर पड़ा है. लो विजिबिलिटी के चलते दिल्ली आने वाली 21 ट्रेनें लेट चल रही है.
दिल्ली की सर्दी अपने चरम पर है. शीत लहर अपना रंग दिखा रही है और सोमवार को पारा 2 डिग्री पर पहुंच गया है. ठंड के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है.
दिल्ली में मौसम ने एक बार फिर कवरट ली. दिल्ली-एनसीआर हल्की बारिश के बाद बढ़ी ठंड. दिल्ली में एक्यूआई खराब स्तर पर पहुंचा. आनंद विहार में एक्यूआई 204, पंजाबी बाग में 180. गाजियाबाद में 195, और नोएडा 188 किया गया रिकॉर्ड. आनंद विहार में एक्यूआई 204, पंजाबी बाग में 180. गाजियाबाद में 195, और नोएडा 188 किया गया रिकॉर्ड. सुपर टेक बिल्डर ने 20 हज़ार फ्लैट के अधूरे काम के लिए सरकार से 1200 करोड़ की मांगी मदद.
बढ़ता वायु प्रदूषण देशभर की समस्या बन रहा है. ऐसे में वायु प्रदूषण कम करने के लिए आपके द्वारा उठाए गए छोटे कदम भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं. पारंपरिक वाहनों के कारण भी वायु प्रदूषण बढ़ता है. ऐसे में ई-वाहन अपनाकर आप वायु प्रदूषण कम करने में मदद कर सकते हैं. इससे वायु प्रदूषण उत्सर्जन कम होता है, ईंधन और रखरखाव के खर्चों में बचत होती है. ये वायु को स्वच्छ रखने में मदद करेगा. देखें आजतक स्पेशल हमें सांस लेने दो.
बढ़ता वायु प्रदूषण देशभर की समस्या बनता जा रहा है. ऐसे में प्रदूषण कम करने के लिए आपके द्वारा उठाए गए छोटे कदम भी बड़े अहम साबित हो सकते हैं. वाहनों से होने वाले उत्सर्जन का वायु प्रदूषण में 40 फीसदी हिस्सा होता है. ऐसे में आप पब्लिक ट्रांस्पोर्ट का इस्तेमाल कर उत्सर्जन को कम कर सकते हैं जिससे वायु और स्वच्छ हो सकती है. देखें आजतक स्पेशल हमें सांस लेने दो.
बढ़ता वायु प्रदूषण अब न सिर्फ दिल्ली बल्कि देशभर की समस्या बन रहा है. ऐसे में प्रदूषण कम करने के लिए आपके द्वारा उठाए गए छोटे कदम भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं. अगर आप कार या बाइक से ट्रैवल करते हैं तो अपने वाहन का फिटनेस टेस्ट नियमित रूप से कराते रहें. पुराने इंजन नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन ऑक्साइड का स्तर बढ़ाते हैं. जानिए इसके बारे में आजतक स्पेशल हमें सांस लेने दो में.
मैं खुली सांस लेना चाहता हूं पर ले नहीं सकता. मैं खेलना चाहता हूं पर खेल नहीं सकता. मैं जहां भी जाता हूं हवा को गंदा पाता हूं. मैं ठीक से देख नहीं सकता. सांस नहीं ले सकता. बाहर खेल नहीं सकता. मैं जल्दी बीमार पड़ जाता हूं. मेरे सारे दोस्त बीमार हैं. हम खांसते हैं, रोते हैं क्योंकि हमारा दम घुटता है. ये हर दिन की कहानी है. आज का हाल और भी बुरा है. कल का मुझे मालूम नहीं. प्लीज हमें सांस लेने दो. सुनें इस बच्चे की अपील.
दिल्ली और करीबी इलाकों में हवा में वो जहर फिर से घुल गया है जो दम घोंट रहा है. आज सुबह दिल्ली वाले जागे तो सांसों में संकट महसूस होने लगा. यानी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स फिर से आसमान पर है. खतरे के निशान के पार होते ही दिल्ली के आकाश में फिर खतरे के बादल छा रहे हैं.
महाराष्ट्र की राजनीति से अलग दिल्ली में चलने वाली उस जहरीली हवा की बात करते हैं जिसने एक खास तबके की रोजी रोटी की छीन ली है. जब से दिल्ली में कंस्ट्रक्शन यानी निर्माण कार्य पर बैन लगा है तब से दहाड़ी मजदूरों का रोजगार ही छिन गया है. बीते करीब एक हफ्ते से राजधानी में प्रदूषण के स्तर में उतार चढ़ाव है और इसका असर मजदूरों की रोजी रोटी पर भी पड़ रहा है. देखिए ये रिपोर्ट.