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रामायण फेम अरुण गोविल से मिलकर रोने लगे स्वामी जगद्गुरु रामभद्राचार्य, गले से लगाकर बोले- मुझे राम चाहिए

जगद्गुरु रामभद्राचार्य के एक सत्संग में अरुण गोविल पहुंचे थे. यहां अरुण गोविल आते हैं और रामभद्राचार्य के पैर छूते हैं. तभी रामभद्राचार्य उन्हें अपने सीने से लगा लेते हैं. कुछ सेकेंड्स के लिए उन्होंने अरुण गोविल को गले से लगाए रखा. रामभद्राचार्य इस दौरान रोने लगे, वे काफी भावुक नजर आए. जगद्गुरु ने अरुण को संवाद सुनाने को कहा.

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अरुण गोविल-रामभद्राचार्य जी महाराज
अरुण गोविल-रामभद्राचार्य जी महाराज

पॉपुलर एक्टर अरुण गोविल ने सीरियल रामायण में भगवान राम का रोल प्ले किया था. राम के रोल में अरुण गोविल ने दर्शकों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी उन्हें इस किरदार के लिए याद किया जाता है. कई लोग हैं जो एक्टर को पूजते हैं, उनके पैर छूते हैं. अरुण गोविल में साक्षात भगवान राम को देखते हैं. स्वामी जगद्गुरु रामभद्राचार्य का अरुण गोविल के साथ एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें रामभद्राचार्य एक्टर को सीने से लगाकर रो रहे हैं.

जगद्गुरु रामभद्राचार्य हुए इमोशनल

जगद्गुरु रामभद्राचार्य के एक सत्संग में अरुण गोविल पहुंचे थे. यहां अरुण गोविल आते हैं और रामभद्राचार्य के पैर छूते हैं. तभी रामभद्राचार्य उन्हें अपने सीने से लगा लेते हैं. कुछ सेकेंड्स के लिए उन्होंने अरुण गोविल को गले से लगाए रखा. रामभद्राचार्य इस दौरान रोने लगे, वे काफी भावुक नजर आए. ये नजारा ऐसा लगा मानो अरुण गोविल से मिलने के बाद जगद्गुरु रामभद्राचार्य को उनके भगवान राम मिल गए हों. अरुण गोविल से मिलने के बाद जगद्गुरु ने खुशी जताई. उन्होंने एक्टर की तारीफ में कहा- तुम अभिनय करते थे. इन बंद आंखों से मुझे राम जी का स्वरुप दिखता था. इसके जवाब में अरुण गोविल ने कहा कि बस आपकी कृपा है.

'अरुण गोविल में दिखते हैं राम'

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जगद्गुरु रामभद्राचार्य कहते हैं- भले और लोगों ने अरुण को अरुण देखा हो, मगर जब ये अभिनय करते थे इनमें राम का आवेश होता था. इनको भी लगा होगा जब तक भारत में रामत्व नहीं होगा तब तक भारत के कल्याण की कल्पना नहीं की जा सकती. मेरे जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य रहा है राघव. जन्म लेने के बाद आंखों को विदा किया, 5 साल की अवस्था में मैंने पूरी गीता कंठस्थ की, 7 साल की उम्र में पूरे राम चरित्र मानस को कंठस्थ किया. मुझे ना बाबा, ना चमत्कारी बनना है. मुझे बस धर्म काम और कौशल्या कुमार राम चाहिए. जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अरुण गोविल को राम का परिसंवाद सुनाने को कहा. एक्टर ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य की इस बात को तुरंत माना और राम का परिसंवाद सुनाया.

अरुण गोविल को आज भी पूजते हैं लोग

अरुण गोविल के साथ लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. क्योंकि उन्होंने राम का किरदार निभाया था. इसलिए अरुण गोविल को आज भी लोग पूजते हैं. कई मौकों पर लोग उन्हें देखकर भावुक हुए हैं. पिछले दिनों एक लेडी एयरपोर्ट पर अरुण गोविल को देखकर रोने लगी थी. उन्होंने एक्टर के पैर छुए. अरुण गोविल ने एक इंटरव्यू में इस वाकये पर बात करते हुए कहा था कि आज भी लोग उन्हें देखकर ऐसा जेस्चर देते हैं. वे मना करते हैं पर लोग मानते नहीं.

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अरुण गोविल ने सालों पहले राम का रोल प्ले किया था. यकीन के साथ कहना होगा कि आज भी वे फैंस के दिलो में बसते हैं और हमेशा बसेंगे.

 

 

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