scorecardresearch
 

VIDEO: जसपाल भट्टी के शो से 'गुत्थी' ने की थी करियर की शुरुआत

साल 1955 में पैदा होने वाले जसपाल भट्टी 80 और 90 के दशक में कॉमेडी किंग माने जाते थे और उनके कई शोज रिलीज हुए थे जिसे फैंस ने काफी पसंद किया था. भट्टी अक्सर अपनी कॉमेडी के सहारे देश की समस्याओं को फनी अंदाज में प्रस्तुत करते थे.

Advertisement
X
सुनील ग्रोवर और जसपाल भट्टी (फोटो सोर्स यूट्यूब)
सुनील ग्रोवर और जसपाल भट्टी (फोटो सोर्स यूट्यूब)

मशहूर कॉमेडी कलाकार जसपाल भट्टी की आज बर्थ एनिवर्सिरी है. साल 1955 में पैदा होने वाले जसपाल भट्टी 80 और 90 के दशक में कॉमेडी किंग माने जाते थे और उनके कई शोज रिलीज हुए थे जिसे फैंस ने काफी पसंद किया था. भट्टी अक्सर अपनी कॉमेडी के सहारे देश की समस्याओं को फनी अंदाज में प्रस्तुत करते थे. भट्टी के बेहद लोकप्रिय शो 'फ्लॉप शो' के केवल 10 एपिसोड्स ही रिलीज किए गए थे लेकिन ये शो जसपाल भट्टी के सबसे ज्यादा लोकप्रिय शोज में गिना जाता है.

अपने टीवी शोज के जरिए बेहद लोकप्रिय हुए भट्टी

इसके अलावा भी वे उल्टा पुल्टा और नॉनसेन्स प्राइवेट लिमिटेड जैसे शोज में नजर आ चुके हैं लेकिन फ्लॉप शो ने उन्हें करियर में सबसे ज्यादा लोकप्रियता दिलाई थी. उन्होंने इसके अलावा फिल्म 'आ अब लौट चलें', कोई मेरे दिल से पूछे और फना जैसी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल निभाया था. खास बात ये है कि कपिल शर्मा शो पर गुत्थी और डॉ मशहूर गुलाटी का किरदार निभा चुके एक्टर सुनील ग्रोवर के टैलेंट को भी जसपाल भट्टी ने पहचाना था और उनके करियर के शुरुआती शोज जसपाल भट्टी के साथ ही थे.

Advertisement

जसपाल भट्टी के शोज में सिस्टम की समस्याओं को मजेदार ढंग से दिखाया जाता था और उन्होंने जिन मुद्दों पर फोकस किया वो आज भी प्रासंगिक बने हुए हैं. वे सीरियल्स करने से पहले चंडीगढ़ के अखबार दि ट्रिब्यून में कार्टूनिस्ट थे. उन्होंने चंडीगढ़ में एक ट्रेनिंग स्कूल भी बनाया था जिसका नाम उन्होंने जोक फैक्ट्री रखा था.

साल 2009 के आम चुनाव के दौरान उन्होंने भारतीय पॉलिटिक्स को लेकर स्पूफ बनाया था और इसे लेकर वे सड़कों पर उतरे थे. उनकी इस पार्टी का नाम रिसेशन पार्टी था और इस स्पूफ में उनके साथ राजेश पुरी, जॉनी लीवर और राकेश बेदी जैसे कॉमिक सितारे भी नजर आए थे. विडंबना ये है कि साल 2012 में जसपाल भट्टी अपनी पंजाबी फिल्म पावर कट के रिलीज के एक दिन पहले ही चल बसे थे. उनकी आखिरी फिल्म भी करप्शन पर व्यंग्य थी.

Advertisement
Advertisement