'द अमेजिंग स्पाइडरमैन' के टाइम्स स्क्वायर वाले फाइटिंग सीन में नजर आए भारतीय मूल के प्रशांत राय शूटिंग के दौरान के अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. कॉन्ट्रेक्ट की शर्तों के मुताबिक वे फिल्म रिलीज से पहले इसे किसी से साझा नहीं कर सकते थे. लेकिन उन्होंने सबसे पहले aajtak.in से इसे बांटा....
अपने रोल के बारे में
स्पाइडरमैन में मैं टूरिस्ट बना हूं, जो टाइम्स स्क्वायर पर स्पाइडर मैन और इलेक्ट्रो के बीच फाइट में फंस जाता है. पूरा टाइम्स स्क्वायर स्टूडियो में बनाया गया था. सेट पर आठ बड़ी क्रेनें थीं जो जो एंड्रयू गारफील्ड (स्पाइडरमैन) को उठा रही थीं. जेमी ने हुडी पहन रखी थी और उनके चेहरे पर नीला रंग किया गया था और उनकी ड्रेस पर कुछ लाइट्स भी थी.
कड़कती ठंड में शूटिंग
यह अप्रैल का दिन था और तापमान माइनस पांच डिग्री था. हमने रात को नौ बजे शूटिंग शुरू की और यह सुबह सात बजे तक चली. अधिकतर सीन गोल्ड कोस्ट स्टूडियो में शूट किए गए. असली टाइम्स स्क्वायर पर शूटिंग एक-दो दिन ही चली. रात को तेज हवाएं चलती थीं और सीन बसंत का था तो हम जैकेट भी नहीं पहन सकते थे. सीन के बीच में गर्माहट लेने के लिए हम एक घंटे का ब्रेक लिया करते थे. टाइम्स स्क्वायर पर जंग के इस सीन को शूट करने में 20 रातें लगीं. इसमें दो यूनिट शामिल थीं. प्रत्येक यूनिट ने दस दिन के लिए काम किया. पहली यूनिट में सभी ऐक्टर थे, जबकि दूसरी यूनिट में बॉडी डबल थे. अधिकतर डेंजरस स्टंट दूसरी यूनिट ने ही किए.
'द अमेजिंग स्पाइडरमैन-2' का एक सीन
कमाल के हैं जेमी फॉक्स
मुझे जेमी फॉक्स फोकस देखकर खूब प्रेरणा मिली. वे हरेक शॉट से पहले खूब प्रैक्टिस किया करते थे. सीन के हिस्से के तौर पर कारें, पुलिसवाले, फायर ब्रिगेड, न्यूज एंकर, वैनिटी वैन और न जाने क्या-क्या नहीं था वहां. हर घंटे में जमीन गीली हो जाया करती थी.
खाने को मिले छोले, चावल और नान
उसके बाद एमा स्टोन के साथ भी एक सीन था. वे असल जिंदगी में भी बेहद खूबसूरत हैं. सीन में ढेरों एक्शन होने की वजह से कुछ लोग घायल भी हो गए. वहां खाने का मजेदार बंदोबस्त था, वहां फिश, चिकन और बीफ दिया जा रहा था. केक और आइसक्रीम भी थीं. तीन-चार दिन तो हमें भारतीय छोलों के साथ चावल और नान भी दिए गए.
यादगार रातें
मैंने 15 रातों तक काम किया, जिसमें पांच रातें बिना सोए थीं. सभी रातें बढ़िया निकल गईं, लेकिन एक रात बारिश ने खूब कहर ढाया. उस दिन शूटिंग को पोस्टपोन करना पड़ा शूटिंग शनिवार को हुई. आमतौर पर हम सोमवार से शुक्रवार तक शूटिंग करते थे. मेरे लिए यह यादगार एक्सपीरियंस था.