कोरोना वायरस की महामारी के चलते देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा हो चुकी है. इस घोषणा के बाद से ही देश के निम्न-वर्गीय, गरीब, शोषित, दिहाड़ी मजदूरी करने वाले और वंचित वर्ग के लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है और दो वक्त की रोटी के लिए इन लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. फिल्म केजीएफ चैप्टर 1 के म्यूजिक डायरेक्टर रवि बसरुर भी अपने पिता का हाथ बंटाने पहुंच गए हैं और फिलहाल अपने गांव में लोहार की भूमिका निभा रहे हैं. बता दें कि रवि के पिता दिन के 35 रुपए कमाते हैं.
सोशल मीडिया पर हो रही रवि की तारीफ
दरअसल कोरोना वायरस के चलते फिल्म इंडस्ट्री भी पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. यही कारण है कि रवि ने उडुपि जिले के अपने गांव कुंडापुरा जाने का फैसला किया और अपने पिता की मदद करने पहुंचे. रवि इस काम को इंडस्ट्री में आने से पहले भी कर चुके हैं. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट के सहारे बताया कि वे इस समय म्यूजिक पर नहीं बल्कि हथौड़े पर फोकस कर रहे हैं.
उन्होंने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा, हम भगवान के हाथों की कठपुतलियां हैं और वो अक्सर हमें हमारे पुराना दौर याद दिला देता है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि रवि हथौडे़ के सहारे खूबसूरत नक्काशियां गढ़ने में व्यस्त हैं. उन्होंने ये भी बताया कि मदद होने के बाद उनके पिता राहत की सांस ले रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हो रहा है और फैंस रवि की काफी तारीफें कर रहे हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस के खिलाफ फिल्म इंडस्ट्री के सितारे मदद की कोशिश कर रहे हैं. महेश बाबू, रजनीकांत, पवन कल्याण, अल्लू अर्जुन, राम चरण जैसे साउथ एक्टर्स के अलावा अक्षय कुमार और वरुण धवन जैसे बॉलीवुड सितारों ने भी कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम रिलीफ फंड और राज्य सरकारों के रिलीफ फंड में डोनेशन दिया है.