ऋतिक रोशन स्टारर फिल्म "सुपर 30" बिहार के प्रतिभाशाली मैथमेटिशियन आनंद कुमार के ऊपर बनीं है. आनंद कुमार ने एक इंटरव्यू में अपने ऊपर बन रही फिल्म सुपर 30 के बारे में कई नए खुलासे किए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 9 सालों में कई बड़े डायरेक्टर और एक्टर उनकी जिंदगी पर फिल्म बनाने के लिए अप्रोच कर चुके हैं. लेकिन आखिर में उनपर बेस्ड फिल्म डायरेक्टर विकास बहल ने बनाई. इसमें ऋतिक रोशन, आनंद कुमार का कैरेक्टर प्ले कर रहे हैं.
सुपर 30 फिल्म को लेकर आनंद ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, "मैं मिडिल क्लास आदमी हूं. मेरा ज्यादातर समय पसीना बहाते हुए लैक्चर देने में निकलता है. मुझे अक्सर ही एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है. तो इससे मेरी स्किन की रंगत का काला पड़ना साफ जाहिर है. मेरा मानना है कि ऋतिक एक परफेक्शनिस्ट हैं."
आनंद कुमार ने कहा, "फिल्म सुपर 30 की टीम कुछ दिनों तक पटना में मेरे साथ रही और मुझे अच्छी तरह से समझने की कोशिश की. जहां तक लैंग्वेज का सवाल है तो हम लोग भोजपुरी में बात नहीं करते हैं, बल्कि मगही भाषा में करते हैं. ऋतिक ने अपनी लैंग्वेज और लुक पर काफी मेहनत की है. ऋतिक की स्कीन टोन और लैंग्वेज बिल्कुल रियल लगती है."
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आनंद कुमार ने यह भी बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट को अप्रूव करने से पहले उन्होंने एक्टर, डायरेक्टर और म्यूजिक डायरेक्टर को खुद चुनने की कंडीशन रखी थी. उन्होंने बताया कि फिल्म क्वीन देखने के बाद उनके जीवन पर बेस्ड फिल्म बनाने के लिए विकास बहल उनकी पसंद थे.
आनंद कुमार ने कहा, "मैंने क्वीन फिल्म देखी है और मुझे उनका काम बहुत पसंद आया. इसलिए मैंने विकास बहल के बारे में सोचा. इस फिल्म के बारे में कई दूसरे हीरो से भी बात की गई, लेकिन इस फिल्म के लिए मेरी पहली पसंद ऋतिक रोशन ही थे, क्योंकि वो अपनी फिल्मों को लेकर काफी डेडिकेटेड हैं. जो पैशन और उत्साह इन लोगों ने दिखाया वो किसी और में मुझे नहीं दिखा. जिस तरह ये लोग एक सच्ची कहानी को दर्शाते हैं, मुझे वो बहुत पसंद है. उन्होंने मुझे फिल्म का हिस्सा बनने की पूरी छूट दी."
बता दें कि इस फिल्म के डायरेक्टर विकास बहल पर मीटू कैम्पेन के दौरान लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की वजह से फिल्म रुक गई थी. अब विकास बहल को क्लीनचिट मिल गई है. मीटू को लेकर आनंद कुमार ने कहा, "मीटू विवाद से पहले मैं कई बार विकास से मिल चुका हूं. ये सुनना मेरे लिए काफी शॉकिंग था, क्योंकि वो लोगों की काफी मदद करते हैं. उन्होंने हमारे गांव में भी कई लोगों की मदद की है. मुझे बस इतना पता है कि विकास एक अच्छे फिल्ममेकर हैं और पूरी ईमानदारी के साथ फिल्मे बनाते हैं."
आनंद कुमार को उम्मीद है कि ऑडियंस को यह फिल्म काफी पसंद आएगी. उन्होंने यह भी बताया कि सुपर 30 फिल्म के लोगों से उन्हें जितना प्यार मिला है वो इसके लिए खुद को लकी मानते हैं.
बता दें कि फिल्म के रिलीज से पहले आनंद कुमार के कारण भी फिल्म को लेकर कई विवाद हो चुके हैं. दरअसल, आनंद कुमार के ऊपर बनीं इस बायोपिक से नाराज चार आईआईटी छात्रों ने संस्थान से पढ़कर निकले 2018 बैच के उन छात्रों का नाम मांगा था, जिन्हें आईआईटी में एडमिशन मिला.
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मिड डे की एक रिपोर्ट के मुताबिक गुवाहाटी हाई कोर्ट ने आनंद कुमार को आईआईटी के चार छात्रों अविनाश बरो, विकास दास, मोंजित डोले और धनीराम तॉ द्वारा फाइल की गई पीआईएल का जवाब देने के लिए नोटिस भेजा था, जिसका जवाब देने में आनंद कुमार विफल रहे थे.
छात्रों के कानूनी सलाहकार अमित गोयल ने बताया था कि फिल्म के टीजर में दिखाए गए तर्क पब्लिक को गलत संदेश दे रहे हैं और इसमें आनंद कुमार को एक हीरो की तरह पेश किया गया है. फिल्म के ट्रेलर के मुताबिक आनंद कुमार गरीब बच्चों को पढ़ाकर आईआईटी में दाखिला लेने में मदद करते हैं. यह फिल्म उनके संघर्ष की कहानी को बयां कर रही है, जो कि गलत है.
अपने इस पूरे विवाद के बारे में बात करते हुए आनंद कुमार ने कहा, "कुछ लोग मेरे खिलाफ नेगेटिव बाते फैला रहे हैं. जब तक मेरे ऊपर कोई फिल्म नहीं बन रही थी तब किसी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन फिल्म के सामने आते ही लोगों की नेगेटिव बातें शुरू हो गईं."
आनंद कुमार ने कहा, "मैंने किसी कोई डोनेशन नहीं लेता हूं. हमारे प्रधानमंत्री, बिजनेसमैन समेत कई बड़ी हस्तियां जैसे मुकेश अंबानी या आनंद महिंद्रा ने मुझे डोनेशन ऑफर कर चुके हैं, लेकिन मैंने लेने से इंकार कर दिया. मैं मिलता सबसे हूं, लेकिन किसी से पैसे नहीं लेता हूं. मैं सिर्फ एजुकेशन में अच्छा काम करना चाहता हूं."