संजय लीला भंसाली हिन्दी सिनेमा के उन परफेक्ट डायरेक्टर्स में से एक हैं जिनकी फिल्मों की हर एक चीज में ढेर सारा रिसर्च वर्क नजर आता है. फिल्म पद्मावत को भी भंसाली 15 साल से बनाना
चाहते थे अब जाकर उनको ये मौका मिला और साल की सबसे बड़ी फिल्म पद्मावत उन्होंने बना डाली. कहानी के अलावा सबसे ज्यादा ध्यान खींचा स्टार्स के कॉस्ट्यम्स ने. फिल्म की कहानी की तरह
इसकी कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग का सफर भी बेहद मजेदार रहा. आइए जाने पद्मावत फिल्म के कॉस्ट्यूम डिजाइनर रिंपल और हरप्रीत नरूला द्वारा शेयर किए गए इस एक्सपीरियंस को:
डिजाइनर्स ने बताया कि भंसाली को कॉस्ट्यूम दिखाते थे वो कहते थे अच्छा है लेकिन हमारा काम यहीं खत्म नहीं होता था. उस डिजाइन को हमेशा और बेहतर करने की उम्मीद जरूर रहती थी क्योंकि
भंसाली को एकदम बेस्ट चीज चाहिए होती थी. बकौल डिजाइनर्स, 'जितने भी कॉस्ट्यूम आप देख रहे हैं वो चंद दिनों में नहीं बने बल्कि सभी को बनाने में बहुत ज्यादा वक्त लगा. कुछ कॉस्टूयम को बनाने में तो 6 महीने तक लग गए. नकाशी से
शुरू होकर कपड़े को बनारस, साउथ से चुनना और फिर उस पर प्रिटिंग राजस्थान से करवाना कुछ इस तरह रहता था सभी कॉस्ट्यूम का सफर.
डिजाइनर हरप्रीत नरूला ने बताया कि इस फिल्म में कॉस्ट्यूम को लेकर जिस तरह का रिसर्च हुआ शायद ही किसी और फिल्म में इस तरह का रिसर्च हुआ हो. क्योंकि मेन स्ट्रीम सिनेमा में ऐसा बहुत
कम होता है.
पद्मावत फिल्म के डिजाइनर्स रिंपल और हरप्रीत नरूला ने पिंकविला को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पद्मावत फिल्म के कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग के प्रोसेस में जो सबसे बड़ी चीज हमे सीखने को मिली वो ये
थी कि कंर्फ्ट जोन से निकलकर देश के रिच टैक्सटाइल को सिलेक्ट करना. इससे हमे पता चला कि हमारे देश का टेक्सटाइल भी कितना लग्जरी है.
डिजाइनर्स ने बताया जैसे ही पद्मावत का ट्रेलर रिलीज हुआ उनके क्लाइंट्स और कई लोगों को डिजाइनिंग के लिए फोन आना शुरू हो गए. यहां तक कि लोग अपनी शादी पर पद्मावत फिल्म के कॉस्ट्यूम
की तरह ड्रेस डिजाइनिंग की डिमांड करने लगे.
डिजाइनर्स ने बताया कि हर किरदार के कॉस्ट्यूम डिजाइन करना अपने आप में चैलेंज रहा. खिलजी के टर्किश ऑरिजन को देखकर अफगानिस्तान से लेकर कजाकिस्तान तक के ड्रेसिंग सेंस पर रिसर्च
किया गया.
कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग में सबसे बड़ा चैलेंज था कपड़ों की नकाशी के लिए पुराने बेहतरीन कारीगरों को खोजना. रानी पद्मावत के किरदार की ड्रेस में 80 कली से बने लहंगे पर जरदोजी, कसम और पुरानी
गोटा पट्टी टैकनीक से सजाया गया. वेजिटेबल प्रिंट से लेकर हैंड डाई से सजाए गए रॉयल कॉस्ट्यूम.