कलर्स के सीरियल बैरिस्टर बाबू में बहुत जल्द आने वाला है ट्विस्ट. आगे की कहानी में दिखाया जाएगा कि बोंदिता को किसी ने किडनैप कर एक कोठे में बेच दिया है. जहां उसके सामने कई मुश्किलें आएंगी और बोंदिता की मदद करने के लिए एंट्री होगी टीवी की पहली नागिन का किरदार निभाने वाली सायंतनी घोष की जो सीरियल बैरिस्टर बाबू में रसिया का किरदार निभाते हुए जल्द ही दिखाई देंगी. इस सीरियल में सायंतनी घोष का कैमियो रोले है. वो कुछ ही एपिसोड्स में नजर आएंगी.
आज तक के साथ खास बातचीत में अपने किरदार के बारे में बताते हुए सायंतनी घोष ने कहा कि, "इस सीरियल में रसिया और बोंदिता का बहुत ही प्यारा सा रिश्ता दिखाया जाएगा. बोंदिता बहुत ही मुश्किल सिचुएशन में आ जाएगी जहां रसिया को बोंदिता में अपना बचपन दिखाई देता है. रसिया के साथ भी बचपन में ऐसा ही हुआ होता है. उसकी मुश्किलों को देखकर रसिया अपने आपको उससे रिलेट करती है और उसकी मदद करती है. मेरे करैक्टर में डांस भी इन्वॉल्व है. मेरे एंट्री ही एक डांस नंबर से होगी और कलर्स के ही शो में काम करना मेरे लिए बहुत स्पेशल है क्यूंकि मार्च तक मैं कलर्स पर ही नागिन कर रही थी.
मेरे लिए तो ऐसा ही की जहां रिश्ता खत्म हुआ था वहीं से शुरुआत हो रही है. इस शो के जो प्रोड्यूसर हैं उनके साथ मैंने कर्णसंगिनी में भी काम किया है तो उसके साथ भी एक कम्फर्टेबले रिश्ता है. मज़े की बात तो ये है की 14 साल के करियर में मैंने बंगाली बैकड्रॉप पर कोई सीरियल किया ही नहीं है. सोनी के सीरियल 'इतना करो न मुझे प्यार' में मेरे करैक्टर का नाम तो निवेदिता बासु था पर उसका बंगाली कल्चर से कुछ लेना देना नहीं था. लेकिन बैरिस्टर बाबू शो में बंगाली कल्चर दिखाया गया है तो मैं बहुत एक्साइटेड हूँ इस किरदार को पाकर."
इस सिचुएशन में जहां दिन-ब-दिन कोविड संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं सायंतनी घोष ने 6 महीने बाद घर से बाहर निकल कर काम करने का फैसला कार लिया है. उन्होंने कहा, "6 महीने मैंने बहुत ही रेस्पोंसिबली लॉक डाउन निभाया है. मैं घर से निकली नहीं हूं. बीच में एक-दो शो की बात चल रही थी लेकिन मैं उलझन में थी की करूं की ना करूं, लेकिन जब ये किरदार आया तो मैंने सोचा की ये कोरोना पता नहीं कब खत्म होगा. मुझे अपने आपको मेंटली तैयार कर लेना चाहिए. बिना काम किए आप कब तक घर बैठे रहेंगे. मैंने अपनी सेफ्टी के लिए अभी भी कोई हेल्प नहीं रखी है. मैं सुबह 6.30 उठती हूं, घर का काम करती हूं, फिर शूटिंग पर आती हूं और शूटिंग से घर जाने के बाद पूरा सैनिटाइजेशन प्रोसेस होता है. असल में पूरी लाइफ चेंज हो चुकी है. आप यकीन नहीं मानेंगे मेरे हाथ ड्राई हो गए हैं, हर 10 मिनट बाद मैं अपना हाथ सैनिटाइज कर रही हूं. सिचुएशन भी अभी अच्छी नहीं है, कितने एक्टर्स के कोविड पॉजिटिव होने की खबरें आ रही हैं. अभी सिर्फ एक ही चीज मायने रखती हैं वो है अपना ख्याल."
सीरियल बैरिस्टर बाबू में सायंतनी की एंट्री एक डांस परफॉरमेंस से होगी. रियल लाइफ में सायंतनी घोष को डांस करना बेहद पसंद है. वो अपने इंस्टा हैंडल पर अपनी अदाओं का जादू चलाती रहती हैं. डांस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "डांस मेरे लिए पैशन है. मैं बचपन से चाहती थी डांस सीखना जो मैंने सीखा नहीं। मैंने सिर्फ तीन महीने की एक ट्रेनिंग ली है जो ना के बराबर है. मैं डांस की पढ़ाई भी करना चाहती थी बचपन में लेकिन मेरे समय में इतना ओपन माइंडेड नहीं था की सिंगिंग और डांसिंग को लेकर कोई करियर बना सकता है. अभी भी मेरे बकेट लिस्ट में है की लाइफ में मैं कभी डांस सीखूंगी. दो तरह के डांस होते हैं एक टेक्निकल आस्पेक्ट्स के साथ और दूसरा फीलिंग्स आस्पेक्ट्स के साथ. मेरे लिए डांस अपनी फीलिंग को एक्सप्रेस करना है. मैं दिल से नाचती हूं. जब सरोज जी का देहांत हो गया था तब मैंने एक पोस्ट भी डाला था उनके लिए. मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मैंने एक शो में उनके साथ काम किया है. उन्होंने मुझे कहा था की आपको टेक्निकली तो नाचना ही है लेकिन अंतर सिर्फ इतना है की एक इंसान टेक्निकली अच्छा नाचता है और दूसरा इंसान उसी डांस में अगर रूह से नाचता है तो वो अलग हो जाता है. तो मैं कोशिश करती हूं रूह से नाचने की, अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने की."
साथ ही बॉलीवुड में ड्रग्स के बढ़ते मामलों को लेकर सायंतनी घोष ने कहा कि, "ड्रग कंसम्प्शन सबसे बड़ा मुद्दा है और ये सिर्फ बॉलीवुड में नहीं है. सिर्फ एक्टर्स ही नहीं, इन दिनों अगर आप कॉलेज में भी जाकर देखेंगे तो वहां पर यंगस्टर ड्रग लेते हैं. उनके लिए ये बहुत ही कूल है. मैं उन लोगों को बिलकुल भी सपोर्ट नहीं करती जो ड्रग्स लेते हैं चाहें वो एक्टर हों या नॉन एक्टर हों. सबसे पहली बात तो ये कि जरूरी नहीं की कोई अगर स्मोक करता है तो वो बुरा इंसान है. वो उसका करैक्टर सर्टिफिकेट नहीं उसकी बुरी आदत है. हम सबको कोई ना कोई बुरी आदत होती है. मैं बहुत गर्व से कह सकती हूँ की ना मैं स्मोक करती हूँ, ना मैं ड्रिंक करती हूँ और ना ही मैं किसी भी तरह से टोबैको कंस्यूम करती हूं. मेरी अगर बुरी आदत है तो वो है डाइट कोला.''
उन्होंने ये भी कहा कि, "हमें यंगस्टर्स के बीच अवेयरनेस बढ़ानी चाहिए इस ड्रग को लेकर क्यूंकि डिप्रेशन, एनज़ाइटी और फिर ड्रग्स के चक्कर में आना, ये सब कुछ रिलेटेड है. लाइफ में इतना कम्पटीशन की लोग स्ट्रेस में आ जाते हैं की लोग इसका सहारा लेने लगते हैं. और सहारा ले रहे हैं क्यूंकि वो मिल रहा है. आप सिनेमा हॉल में जाते हैं तो शुरुआत में वार्निंग के रूप में दिखाया जाता है की स्मोकिंग सेहत के लिए हानिकारक है. अगर आप इतने कंसर्न हैं तो सिगरेट बैन करो ना, वो तो कर नहीं रहे हो. आपको सेल्स भी चाहिए, बिजिनेस भी चाहिए और ये भी बोल रहे हो की हानिकारक है. हम सबको इसके खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा. लोगों में अवेयरनेस लानी पड़ेगी की ड्रग सेहत के लिए सही नहीं है."