मिजोरम सीएम जोरामथांगा (फाइल फोटो) Mizoram Exit poll result 2023: मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए 7 नवंबर के दिन मतदान हुआ था. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. मिजोरम के कुल 8.52 लाख मतदाताओं में से 80.66% ने 7 नवंबर को 174 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. Exit Poll में सामने आए आंकड़े बता रहे हैं कि मिजोरम में सत्तासीन MNF को बड़ा नुकसान हो सकता है. उनकी पार्टी को सिर्फ 3-7 सीटें मिल सकती हैं. India Today Axis My India के Exit Poll में देखें कैसा रहने वाला है चुनावी हाल
मिजोरम में अगला सीएम कौन? इस सवाल के जवाब में 40 फीसदी लोगों की पसंद लालदुहोमा हैं. वहीं मौजूदा सीएम को सिर्फ 17 फीसदी लोगों ने बतौर अगला मुख्यमंत्री पसंद किया है.
कांग्रेस एमएनएफ की सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने में ज्यादा कुछ नहीं कर सकी. बीजेपी ने कुल 40 में से सिर्फ 23 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं और उसकी स्थिति अच्छी है.
ZPM पार्टी का जन्म दिल्ली में AAP जैसी घटना की ही तरह एक आंदोलन से हुआ था. जहां इसके अधिकांश उम्मीदवार युवा हैं और 50 वर्ष से कम उम्र हैं. वे शहरी क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं. सर्वे के मुताबिक ZPM के मिजोरम पर जीत हासिल करने की संभावना है. उसे कुल 40 में से 30 सीटें मिल सकती हैं.
74 वर्षीय पूर्व आईपीएस अधिकारी "लालदुहोमा" के नेतृत्व में ZPM (ज़ोरम पीपल्स मूवमेंट) के पक्ष में ज़बरदस्त लहर है. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मिजोरम से 1984 का लोकसभा चुनाव जीता था. 2018 के विधानसभा चुनाव में, वह और उनकी पार्टी ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट एक गठबंधन पार्टी में शामिल हो गए थे. पार्टी ने उन्हें आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित कर दिया था, हालांकि इस गठबंधन दल को
उस समय आधिकारिक पार्टी के रूप में भारत के चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिल सकी थी. लालदुहोमा ने दो निर्वाचन क्षेत्रों से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत गए थे. ZPM ने प्रमुख विपक्ष दल बनने के लिए 8 विधानसभा सीटें जीतीं थीं.
सीएम जोरमथंगा और उनकी पार्टी MNF के खिलाफ बहुत तगड़ी सत्ता विरोधी लहर देखी जा रही है. Exit Poll सर्वे में सामने आया है कि MNF जिस तरह की जीत का दावा कर रही थी, वह गलत साबित हो सकता है. सीएम इस विधानसभा चुनाव में इतिहास नहीं बना पाएंगे और सत्ता भी गंवा सकते हैं.
Exit Poll के आंकड़ों को मानें तो यहां ZPM को 28 से 35 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं मौजूदा सीएम जोरामथंगा की पार्टी सिर्फ 3-7 सीटों पर सिमट सकती है. राज्य में कांग्रेस 2-4 सीटें, बीजेपी 0-2 सीटें और अन्य को 0 सीटें मिल सकती हैं.

मिजोरम के Exit Poll का सर्वे भी सामने आ गया है. इसमें ZPM (जोराम पीपल मूवमेंट) राज्य की बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. सर्वे के मुताबिक पार्टी को प्रचंड बहुमत मिल सकता है. वहीं सत्तासीन सीएम जोरामथंगा की पार्टी MNF सिर्फ 3-7 सीटों तक ही सिमट कर रह जाएगी, ऐसा अनुमान है.
मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोटिंग हुई थी. यहां मुख्यमंत्री जोरमथांगा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला रहा है. बीजेपी 23 सीटों पर चुनाव लड़ी है. पहले वह 39 सीटों पर चुनाव लड़ती थी. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी (आप) के चार उम्मीदवार हैं. राज्य में AAP ने पहली बार चुनाव लड़ा. इसके अलावा, 27 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था. 10 साल से सत्ता में काबिज कांग्रेस को हार मिली थी और मिजो नेशनल फ्रंट ने जिम्मेदारी संभाली थी.