मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले पेशे से प्रॉपर्टी ब्रोकर परमानंद तोलानी को चुनाव लड़ने का ऐसा जुनून है कि वह अब तक 18 अलग-अलग चुनाव में उम्मीदवारी का नामांकन भर चुके हैं और 18 बार उनकी जमानत जब्त हुई है, बावजूद उनका जुनून कम नहीं हुआ है और साल दर साल चुनाव में अपने सहभागिता निभा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कभी ना कभी तो इंदौर की जनता उन्हें चुनाव में जिताएगी इस उम्मीद में वह सभी चुनाव में उम्मीदवारी करते हैं. परमानंद तोलानी ने बताया कि हर चुनाव में उतरने की परंपरा उन्हें उनके स्वर्गीय पिता मेठाराम तोलानी से मिली है जो 1968 से अपना पहला चुनाव लड़े और पहली बार में ही जमानत जब्त हो गई.
पिता के मरने के बाद बेटे परमानंद तोलानी ने परंपरा को आगे बढ़ाते हुए चुनाव में नामांकन दाखिल करने की शुरुआत की, जो अब तक 18 अलग-अलग चुनाव में अपनी भागीदारी निभाई. इंदौर के प्रॉपर्टी ब्रोकर परमानंद तोलनी विधानसभा -4 से उम्मीदवार ने बताया कि इस बार 19वां चुनाव नामांकन भरा है.
आपको बता दें कि विधायक उम्मीदवार परमानंद तोलानी ने कहा कि अगर इस दौरान वह विधायक का चुनाव जीतते हैं तो उनकी पहली प्राथमिकता शहर में कचरा टैक्स संपत्ति टैक्स सहित निगम के अन्य टैक्सों को हटाकर लोगों को राहत दी जाएगी.
कुल मिलाकर विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी परमानंद तोलानी ने कहा कि पिता के चुनाव लड़ने की परंपरा वह निभा रहे हैं और उनके बाद उनका बेटा यह परंपरा निभाएगा. परमानंद तोलानी ने उम्मीद जताई है कि 18 बार चुनाव नामांकन जमा करने के बाद उनकी जमानत तो जब्त हो चुकी है, लेकिन उनका हौसला टूटा नहीं है और उन्हें उम्मीद है कि कभी ना कभी तो इंदौर की जागरूक जनता उन्हें चुनाव में विजय दिलाएगी, इसी आस में लगातार परमानंद तोलानी चुनाव में भागीदारी निभा रहे हैं.
इंदौर में नामांकन दाखिल करने का सिलसिला जारी
18 बार चुनाव हार चुके परमानंद तोलानी ने विधानसभा-4 से विधायक का निर्दलीय नामंकन दाखिल किया. अब तक 8 लोकसभा, 7 विधानसभा और 2 बार महापौर का चुनाव लड़ चुके तोलानी ने एक बार महिला सीट होने पर अपनी पत्नी को भी महापौर का चुनाव लड़ाया था. कुल मिलाकर अब तक के सभी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी परमानंद तोलानी की जमानत नहीं बची.