मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का रायबरेली सीट से चुनाव लड़ना अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके पति का हक छीनने जैसा है. गुना लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
राहुल गांधी पर साधा निशाना
सीएम यादव ने कहा, 'राहुल गांधी हारने के बाद अमेठी से केरल (वायनाड) भाग गए थे. आगे (केरल में) समुद्र है, नहीं तो पता नहीं राहुल कहां जाते. स्मृति ईरानी (केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की उम्मीदवार) ने कहा कि आ जाओ, मैं बैठी हूं यहां... उन्हें देखकर वह वहां से भागे.' उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने कहा था कि वह अमेठी से चुनाव लड़ेंगे और उनकी बहन रायबरेली से मैदान में होंगी.'
मोहन यादव ने कहा, 'राहुल के जीजा ने पूरे उत्तर प्रदेश में पोस्टर लगाए थे कि मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं... ये अपने जीजा के भी नहीं हुए.' उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी बहन का अधिकार छीनकर रायबरेली से नामांकन दाखिल किया है.
'सारी समस्याएं राहु और केतु से पैदा होती हैं'
मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं कमल नाथ और दिग्विजय सिंह पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए सीएम यादव ने उन्हें 'राहु और केतु' करार दिया. उन्होंने कहा, 'सभी समस्याएं इन दो ग्रहों से पैदा होती हैं. उनमें से एक छिंदवाड़ा से है और दूसरा आपके (गुना के) पड़ोस (राजगढ़ लोकसभा सीट) से है.' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. गुना संसदीय क्षेत्र में 7 मई को मतदान होना है.
मोहन यादव ने अमेठी में किया रोड शो
इससे पहले भी CM मोहन यादव ने एक बयान में कहा था कि राहुल गांधी पिछली बार अमेठी से हारने के बाद केरल भाग गए थे. अब वायनाड में हार की संभावना देखकर वह रायबरेली भाग रहे हैं. उन्हें रायबरेली से भी हार का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, 'राहुल वायनाड से हार के डर से अमेठी से चुनाव लड़ने की सोच रहे थे, लेकिन स्मृति ईरानी ने पिछले पांच वर्षों के दौरान उत्कृष्ट काम किया और कांग्रेस ने अमेठी की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर जमानत गंवा दी.' इस सप्ताह की शुरुआत में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्थानीय भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद अमेठी में एक रोड शो किया था.
अमेठी से केएल शर्मा और रायबरेली से राहुल गांधी मैदान में
अमेठी और रायबरेली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. पिछले दो दशकों से रायबरेली सीट पर राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी का कब्जा है. कांग्रेस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि गांधी परिवार के करीबी सहयोगी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी लोकसभा सीट से BJP की स्मृति ईरानी के सामने चुनावी मैदान में उतारा गया है.
राहुल गांधी साल 2004 में अमेठी सीट से लोकसभा सांसद चुने गए थे. इसके बाद वह 2009 और 2014 में इस सीट से लगातार सांसद चुने गए, लेकिन 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के नेता को इस सीट पर हरा दिया. हालांकि, 2019 लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़े थे और वहीं से जीतकर संसद पहुंचे थे. राहुल गांधी इस बार भी वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा, रायबरेली सीट से भी ताल ठोकेंगे.