झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण में शुक्रवार को वोट डाले गए. इसके साथ ही झारखंड में सभी पांच चरणों के लिए मतदान समाप्त हो गए और उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. अब 23 दिसंबर को मतगणना होगी और चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे.
इस बार के चुनाव में विकास, बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्या अहम मुद्दे रहे. आजतक और एक्सिस माई इंडिया के सर्वे के मुताबिक 48 फीसदी लोगों ने विकास के मुद्दे पर वोट दिया, जबकि 16 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी के मुद्दे को ध्यान में रखकर मतदान किया. इसके अलावा 10 फीसदी लोगों के लिए महंगाई और 3 फीसदी लोगों के लिए किसानों की समस्या सबसे अहम मुद्दा रहा.
3 फीसदी लोगों ने राजनीतिक दल के नाम पर वोट दिया
इसके अलावा 3 फीसदी लोगों ने राजनीतिक दल के नाम पर वोट दिया, जबकि दो फीसदी लोगों ने विधायक पद के उम्मीदवार के नाम पर वोट दिया. इसके अतिरिक्त 2 फीसदी लोगों ने आर्थिक मुद्दों को लेकर वोट दिया, जबकि 2 फीसदी लोगों ने स्थानीय उम्मीदवार के नाम पर वोट दिया.
झारखंड चुनाव में कुछ लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार के काम पर वोट दिया. इसके अलावा एक फीसदी लोगों के लिए भ्रष्टाचार, एक फीसदी लोगों के लिए राष्ट्रीय मुद्दा और एक फीसदी लोगों के लिए राज्य सरकार के कामकाज अहम मुद्दा रहा. इसके अतिरिक्त 8 फीसदी लोगों के लिए अन्य मुद्दे अहम रहे.
वहीं, आजतक और एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल (Exit Poll) के मुताबिक झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 22-32 सीटें, जेएमएम को 38-50 सीटें, जेवीएम को 2 से 4 सीटें, आजसू को 3 से 5 और अन्य को 4 से 7 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. एग्जिट पोल में कुल 12,489 लोगों से बात की गई.
इसमें 76 फीसदी पुरुष और 24 फीसदी महिलाएं शामिल थीं. जाति के आधार पर बात करें तो इसमें एसटी (हिंदू) 20, एसटी (क्रिश्चिन) 6, एससी 15, मुस्लिम 14, ओबीसी 19, कुर्मी/महतो 9, यादव 7, जनरल के 7 और अन्य के 3 फीसदी लोग शामिल हैं. इनमें 77 फीसदी लोग ग्रामीण और 23 फीसदी शहरी इलाकों से हैं.