बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के बीच सूबे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार की अगुवाई कर रहे जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवारों की लिस्ट आ चुकी है. नीतीश कुमार की पार्टी ने पूर्णिया जिले की अमौर विधानसभा सीट से सबा जफर को उम्मीदवार बनाया है. सबा जफर पूर्णिया के प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं.
जेडीयू ने इस चुनाव में चार मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनमें से एक सबा जफर हैं. अमौर विधानसभा सीट मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और यहां सबा जफर की लोकप्रियता काफी रही है. सबा जफर पिछले चुनावों में भी इस क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं. वह जेडीयू की गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सिंबल पर भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.
साल 2010 में सबा जफर अमौर सीट जीतकर राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई. हालांकि, 2015 में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर वे हार गए थे. साल 2020 के बिहार चुनाव में जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन तब सबा को एआईएमआईएम के अख्तरुल ईमान ने हरा दिया था.
जेडीयू ने इस बार भी सबा जफर पर ही भरोसा जताया है. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नाम के साथ ही सबा जफर की जमीनी सक्रियता से एनडीए को इस बार अमौर सीट जीतने की उम्मीद है. जेडीयू ने नया चेहरा उतारने की जगह सबा जफर जैसे पुराने नेता को मैदान में उतारा है, तो उसके पीछे मुस्लिम के साथ ही गैर मुस्लिम मतदाताओं पर भी नजर है.
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सबा का सियासी अनुभव जेडीयू के लिए इस सीट पर मजबूत दांव साबित हो सकता है. गौरतलब है कि पूर्णिया जिले की विधानसभा सीटों पर बिहार चुनाव के दूसरे चरण में वोट डाले जाएंगे. दूसरे चरण की विधानसभा सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले जाने हैं. बिहार चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे.
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बता दें कि एनडीए में जेडीयू को 101 सीटें मिली हैं. जेडीयू और बीजेपी 101-101 सीटें मिली हैं. चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियों को छह-छह सीटें मिली हैं.