निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान का फाइनल डेटा जारी कर दिया है. इस चरण में कुल 25.78 लाख मतदाता वोट देने के पात्र थे, इनमें से 57.31 फीसदी ने बूथ पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. निर्वाचन आयोग के संयुक्त निदेशक अनुज चांडक के मुताबिक कुल पुरुष मतदाताओं में से 58.35 फीसदी ने और महिला मतदाताओं में से 56.22 फीसद ने वोट डाले.
थर्ड जेंडर के कुल 53 हजार वोटरों में से 30.19 फीसद ने वोट देकर सरकार चुनने में अपनी भूमिका निभाई. श्रीनगर के लालचौक, चन्नपुरा और रियासी में थर्ड जेंडर के शत प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. आयोग के मुताबिक वैष्णोदेवी विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 80.45 फीसद, सुरनकोट में 74.94 फीसद और पुंछ में 74.56 फीसद मतदान दर्ज किया गया. वहीं, श्रीनगर के हब्बाकदल में सिर्फ 19.81 फीसद वोटिंग हुई.
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दूसरे चरण में कुल 25.78 लाख मतदाताओं में 13.13 लाख पुरुष और 12.65 लाख महिला और 53 हजार थर्ड जेंडर के मतदाता थे. पहले चरण के मतदान के बाद भी निर्वाचन आयोग ने सभी विधानसभाओं के कुल मतदाता, कुल पड़े वोट, उनमें पुरुष, महिला और तीसरे लिंग वाले वोटरों के आंकड़े विस्तार से प्रकाशित किए थे. निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि आंकड़े तो पहले भी तैयार किए जाते रहे हैं. लेकिन अब पारदर्शिता को और व्यापक करते हुए इसे समय से प्रकाशित भी किया जा रहा है.
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जम्मू-कश्मीर के सात जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में 18 सितंबर को हुए पहले चरण की वोटिंग में 61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 77 फीसदी वोटिंग हुई थी, जबकि सबसे कम 46 फीसदी वोट पुलवामा में पड़े. इंदरवाल में 80 फीसदी वोटिंग टर्नआउट रहा, जो 2014 चुनाव के 75.72 फीसदी से करीब चार फीसदी अधिक है. शांगस-अनंतनाग में 2014 के मुकाबले इस बार वोटिंग में करीब 16 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में 68.78 फीसदी मतदान हुआ था, जो इस बार 52.94 फीसदी ही रहा.
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इसी तरह दमहाल हंजीपुरा खंड में 2014 के 80.92 फीसदी के मुकाबले 68 फीसदी, डोडा और डोडा पश्चिम खंड में 70.21 और 74.14 फीसदी मतदान हुआ. 2014 में इन खंडों में 79.51 फीसदी मतदान हुआ था. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित कोकरनाग में 2014 के मुकाबले सात फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ टर्नआउट 58 फीसदी रहा. घाटी की सीटों पर करीब 54 फीसदी वोटिंग हुई, जो 2014 के टर्नआउट के लगभग बराबर ही है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीसरे और अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित होंगे.