बीजेपी और जेडीयू ने बागियों के खिलाफ लिया एक्शन Bihar Election Latest Updates: बिहार में सभी राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटे हुए हैं. इसी क्रम में पिछले कुछ दिनों से रैलियों का दौर भी जारी है. एक तरफ जहां ताबड़-तोड़ जनसभाएं हो रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर पार्टियां बागियों को बाहर का रास्ता दिखाने से नहीं चूक रही हैं. बीजेपी ने पार्टी से बगावत करने वाले 4 नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है.
RJD नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव आज बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए लोगों का समर्थन जुटाने के लिए सारण में एक रैली करेंगे. इससे पहले, कटिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा था कि अगर बिहार में INDIA ब्लॉक सत्ता में आता है, तो वक्फ एक्ट को 'कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा.'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने NDA सहयोगी चिराग पासवान के घर का दौरा किया. मीडिया से बात करते हुए चिराग ने कहा कि LJP(RV) और JDU के बीच सब ठीक है. उन्होंने कहा कि NDA राज्य में सरकार बनाएगी और उनकी जीत पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी.
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तेजस्वी यादव ने आजतक से बात करते हुए कहा, "बीजेपी आरक्षण विरोधी है, यही लोग कर्पूरी जी को गाली देते थे, जब उन्होंने आरक्षण लागू किया था. ये लोग सिर्फ चुनाव में ड्रामा करते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के मन में केवल वोट है. लेकिन इनका अपना एजेंडा है, अपना काम करने का तरीका है. ये चहेते नहीं हैं, लोगों की पीड़ा का दूर नहीं करना चाहते हैं. बीजेपी के कई नेताओं ने आरक्षण का विरोध किया है.
क्या तेजस्वी नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता देंगे... इस सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा, "पिछली बार लगभग घसीटते-घसीटते उन्होंने सरकार बना ली. इस बार वो नौबत आने वाली नहीं है. इस बार बिहार के हर जाति के लोग काम, नौकरी, कारखाना, उद्योग और शिक्षा व्यवस्था चाहते हैं. सूबे के लोग अपराध, पलायन और भ्रष्टाचार मुक्त बिहार चाहते हैं."
चिराग और नीतीश के रिश्ते पर आरजेडी की तरफ से सवाल उठाए जाने पर LJPR ने पलटवार किया है. LJPR के राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरेन्द्र मुन्ना ने कहा, "भ्रष्टाचारी लोग किस मुंह से चिराग पासवान पर सवाल उठा रहे हैं? चिराग पासवान एक संस्कारी युवा हैं, जो बुजुर्गों और बड़ों का सम्मान करते हैं. कोई समस्या होती है तो गठबंधन के अंदर सवाल भी चिराग पासवान सवाल उठाते हैं."
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "चिराग पासवान कल तक नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़े कर रहे थे. बिहार में क्राइम और करप्शन पर नीतीश कुमार को घेर रहे थे लेकिन आज सत्ता के लिए वह नीतीश के सामने नतमस्तक हैं. जनता सब देख रही है."
SIR के मुद्दे पर JDU नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "यह भारतीय चुनाव आयोग का एक स्वागत योग्य फैसला है. SIR ने बिहार में बहुत अच्छा काम किया है. इसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए, और मकसद साफ है, कोई भी गलत वोटर लिस्ट में शामिल न हो, और कोई भी सही वोटर लिस्ट से छूटे नहीं."
सिंगर-एक्टर और RJD नेता खेसारी लाल यादव ने कहा, "मुझे समझ नहीं आता कि उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए इतना नीचे कैसे गिर सकते हैं कि वे अपने ही लोगों से वीडियो बनवाकर अपनी ID पर शेयर करवा रहे हैं. ज़रा उनकी सोचिए? वे गलत चीज़ें शेयर करना चाहते हैं क्योंकि वे जाति का कार्ड खेलकर खेसारी को परेशान करना चाहते हैं. मैं जातिवादी नहीं हूं, और न ही मुझमें कभी जातिवाद आएगा. हर समुदाय के लोग मुझसे प्यार करते हैं. मैं छपरा को कैसे बेहतर बनाना चाहता हूं, यह मेरी सोच है लेकिन लोग चुनाव जीतने के लिए किस हद तक जा रहे हैं? वे मेरी पत्नी के वीडियो पर गलत गाने लगाकर अपलोड कर रहे हैं. ऐसी कोई भी गलत हरकत न करें, और जातिवाद को बढ़ावा न दें."
उन्होंने आगे कहा कि पहले आपको धर्म के नाम पर वोट लेने हैं, और फिर आपको जाति को आधार बनाना है. यह मुझे सही नहीं लगता. इन सब कार्ड्स को खेलकर चुनाव जीतना कोई मतलब नहीं रखता, लोग मेरी विचारधारा और मेरी पर्सनल ज़िंदगी जानते हैं, इसलिए इसका कोई मतलब नहीं है. मुझे लगता है कि यह बहुत ही निंदनीय काम है.
केंद्रीय मंत्री और बिहार में बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पिछले कुछ सालों में राज्य में बहुत विकास हुआ है. उन्होंने बिहार को दिए गए प्रोजेक्ट्स के लिए पीएम मोदी की तारीफ़ की और कहा कि विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते चार नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. ये नेता एनडीए गठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे. निष्कासित नेताओं में बहादुरगंज के वरुण सिंह, गोपालगंज के अनूप कुमार श्रीवास्तव, कहलगांव के पवन यादव और बड़हरा के सूर्य भान सिंह शामिल हैं. पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता करार दिया है.