दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर अब माहौल गरमाने लगा है. इसी बीच, आम आदमी पार्टी ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में बुधवार को चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव की मांग और वोटर लिस्ट से नाम हटाने की शिकायत को लेकर मुलाकात की. अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हमने चुनाव आयोग को करीब 3 हजार पेजों का दस्तावेज सौंपा है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से अपील की है कि वोटर लिस्ट से नाम न हटाए जाएं. चुनाव आयोग ने हमें भरोसा दिलाया है. अगर उसपर एक्शन लिया गया तो हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि चिंता की जरूरत नहीं है.
क्या बोले अरविंद केजरीवाल...
चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'AAP ने दिल्ली में "मतदाता सूची से नाम हटाने" को लेकर ECI में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.हमने 3000 पन्नों का दस्तावेज जमा किया है. हमने सबूत सौंपे हैं कि कैसे बीजेपी दिल्ली के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कटवाने की साजिश रच रही है. इनमें से अधिकांश झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग हैं. तुगलकाबाद में बूथ नंबर 17 पर एक बूथ पर 40 फीसदी वोट हटाने की अर्जी दाखिल की गई है. हमने इसे रोकने की मांग की है.'
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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो भी लोग इसमें शामिल हैं उनपर एक्शन लिया जाना चाहिए. ईसीआई ने हमें आश्वासन दिया है कि चुनाव खत्म होने तक सामूहिक रूप से नाम नहीं हटाए जाएंगे. यदि ऐसा किया जाएगा तो फील्ड जांच की जाएगी और सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ आने के बाद ही ऐसा किया जाएगा. 5 या उससे अधिक नाम हटाने का आवेदन करने पर एसडीएम को फील्ड जांच करनी होगी.
केजरीवाल ने कहा कि ईसीआई ने हमें आश्वासन दिया है कि कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है."