कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया में हाहाकार की स्थिति है. ज्यादातर देशों ने अपने लॉकडाउन के नियमों में सख्ती की है. ऐसे में कई लोग अपने वतन से दूर विदेश में जाकर भी फंस गए हैं, सरकार ने उन्हें भारत वापस लाने के लिए कुछ नियम बनाए हैं. बता दें कि वर्तमान में लगभग 17.5 मिलियन भारतीय लोग विदेशों में रहते हैं.
भारत ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए 17 मई तक लॉकडाउन बढाया गया है. इसकी घोषणा सबसे पहले मार्च में की गई थी. तभी सभी विदेशी हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी गइ थी. इसके चलते बहुत से लोग विदेश में ही फंस गए थे. अब इन्ही लोगों को विदेश से घर लाने की पहल वंदे भारत मिशन के तौर पर चल रही है.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें
जानें, क्या है वंदे भारत मिशन
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अनुसार विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए 7 मई से 13 मई तक 64 विशेष फ्लाइट्स संचालित की जाएंगी. इसमें पहले हफ्ते में 15 उड़ानों का संचालन किया जाएगा. ये अभियान वंदे भारत मिशन का ही हिस्सा है.
सरकार कई एजेंसियों के सहयोग से ‘वंदे भारत मिशन चला रही है, जिसके तहत विशेष उड़ानें ब्रिटेन, अमेरिका, और सिंगापुर, मलेशिया, कुवैत, सऊदी अरब, फिलीपींस, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बांग्लादेश भेजी जाएंगी. इन विशेष फ्लाइट्स में 200 से 300 यात्रियों को ही बैठने की इजाजत होगी, अर्थात इन विशेष विमानों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना संक्रमण काल में खाड़ी देशों से 3 लाख से अधिक लोगों ने वहां से निकलने के लिए पंजीकरण कराया है. सरकार की कोशिश है कि फिलहाल उन्हीं लोगों को वापस लाया जायेगा जिनका वीजा खत्म होने वाला है. या फिर जिन यात्रियों को चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति,या निर्वासन की संभावना जैसी खास वजहें सामने आ गई हैं. अधिकारियों के अनुसार, खाड़ी देशों में दस हजार से अधिक भारतीयों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला है जिनमें से 84 की मौत हो चुकी है.
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें
जानें कौन उठाएगा फ्लाइट का खर्च
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन विशेष फ्लाइट्स का खर्च यात्री स्वयं उठाएंगे. इसके लिए सरकार ने पहले ही किराये की घोषणा कर दी है. इसके किराये की बात करें तो अमेरिका से लौटने के लिए 1 लाख रुपये और यूरोप से आने के लिए 50,000 रुपये प्रति व्यक्ति किराया दर तय किया गया है.
यहां शिकागो से हैदराबाद, शिकागो से दिल्ली के लिए लगभग 1 लाख रुपये और सैन फ्रांस्सिको और न्यूयॉर्क से भी लौटने के 1-1 लाख रुपये देने होंगे. वहीं लंदन से दिल्ली, लंदन से मुंबई, लंदन से बेंगलुरु, लंदन से अहमदाबाद के लिए 50 हजार रुपये देने होंगे.