इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की परीक्षा देने वाले उम्मीदवार कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पेपर के मूल्यांकन में त्रुटि के आरोप लगाते हुए ये उम्मीदवार इसका विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि पेपर को फिर से जांचा जाए. उम्मीदवारों के विरोध प्रदर्शन के बाद ICAI बोर्ड के अध्यक्ष सीए प्रफुल्ल छाजेड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कॉन्फ्रेंस में उम्मीदवारों को बताया कि सीए परीक्षा की प्रक्रिया पारदर्शी है. प्रत्येक पेपर में एक कोड होता है जिसकी जानकारी किसी को भी नहीं होती है. चाहे वह ICAI के अध्यक्ष हों या उपाध्यक्ष. किसी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं होती है. पेपर में सब कुछ इलेक्ट्रॉनिक तरीके से किया जाता है.
वहीं उन्होंने कहा कि परीक्षा में गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित करने के लिए 10% पेपर्स का आंकलन किया जाता है. छात्र पुनर्मूल्यांकन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं.
वहीं हम अब डिजिटल मूल्यांकन शुरू कर रहे हैं. परीक्षकों की रैंडम चेकिंग की जा रही है. वहीं आपको बता दें, OMR शीट का उपयोग उन उत्तरों की जांच के लिए किया जाता है जो कागज की गलत जांच की संभावना को कम करते हैं. बता दें कि उम्मीदवारों ने 23 सितंबर को दिल्ली स्थित ICAI मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया, जो अब तक जारी है.
ये प्रदर्शन सबसे पहले ICAI मुख्यालय के बाहर शुरू हुआ था. जिसमें अब हजारों छात्र पूरे भारत से जुड़ गए हैं. छात्रों के साथ भाग लेने के लिए मुंबई, पुणे, कोलकाता और राजस्थान के शिक्षक दिल्ली आए हैं. Taxation टीचर एमके गुप्ता और कोस्टिंग टीचर आरके मेहता भूख हड़ताल पर हैं.
वहीं चार्टर्ड एकाउंटेंट छात्रों द्वारा किया जा रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आ गए हैं. उन्होंने कहा कि सीए के उम्मीदवार जिसकी मांग कर रहे हैं वो जायज है.
Correction: Candidates who had appeared for Institute of Chartered Accountants of India (ICAI)* exams protest against the ICAI at its headquarters near ITO, alleging error in evaluation of papers, & demanding rechecking of papers. (Original tweet will be deleted). #Delhi https://t.co/3HjE0tNjOT pic.twitter.com/5WzDLXPOK0
— ANI (@ANI) September 23, 2019
आपको बता दें 8 फरवरी 2019 को सीए इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 (CA Intermediate Exam 2018) का रिजल्ट जारी किया गया था. जिसके बाद परीक्षा के परिणाम नवंबर 2018 में जारी किए गए थे.
उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि परीक्षा की चेकिंग में गड़बड़ी हुई है. जिसके बाद उम्मीदवारों के साथ उनके शिक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन कराने की मांग उठा रहे हैं.
CA Prafulla P Chhajed, President ICAI: 10% of papers are reviewed to ensure quality check. Students can also apply for re-evaluation. Indian Chartered Accountant qualification is a benchmark against those of various advanced countries. https://t.co/rQgX2kA5W3
— ANI (@ANI) September 26, 2019
उम्मीदवारों ने कहा कि कि पेपर चेक करने में भूल हुई है. उम्मीदवार पेपर दोबारा चेक कराने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि इस गड़बड़ी से बहुत सारे छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है. कठिन परिश्रम से छात्र इसकी तैयारी करके ये परीक्षा पास करते हैं.