एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी ने पिछले 45 साल से अपना विशेष स्थान कायम रखा है. आज यहां 44,000 स्टूडेंट और 29 शिक्षा संस्थानों के अलावा 60,000 से ज्यादा पूर्व छात्रों का लंबा-चौड़ा नेटवर्क है.
यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापक और प्रो-चांसलर आदित्य बरलिया कहते हैं, ‘‘हम हर स्टूडेंट पर ध्यान देते हैं. इसलिए स्टूडेंट-टीचर का अनुपात कम रखा गया है. कोर्सेज स्टूडेंट्स की जरूरत को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं ताकि जब वे नौकरी के लिए बाजार में जाएं तो उन्हें समस्या का सामना नहीं करना पड़े. हम इस बात पर जोर देते हैं कि स्टूडेंट वे सब्जेक्ट चुनें, जो उन्हें सबसे ज्यादा पसंद हो.’’
कैंपस में सुविधाएं:
ग्रेटर नोएडा स्थित यूनिवर्सिटी का कैंपस पूरी तरह आवासीय है. इसके अलावा स्टूडेंट्स को मेट्रो स्टेशनों तक पिक-अप सर्विस भी उपलब्ध कराई जाती है.
स्टूडेंट्स की राय:
पत्रकारिता का कोर्स कर रही 25 वर्षीया ऋचा कुमारी कहती हैं, ‘‘मैं लखनऊ से गुडग़ांव आ गई. बस यही मेरी कहानी है. मैं खुद को खुशकिस्मत समझती हूं कि पत्रकारिता के कोर्स में मुझे सीट मिल गई. यहां की फैकल्टी स्टूडेंट्स के लिए कड़ी मेहनत करती है ताकि आपको प्रैक्टिकल रिपोर्टिंग का अनुभव मिल सके. आम चुनाव के दौरान एक रिपोर्टर के साथ मुझे प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाने का मौका दिया गया था. इस तरह के अनुभवों से आत्मविश्वास पैदा होता है.’’
पिछले कुछ वर्षों में रिसर्च और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर विशेष जोर दिया गया है. स्टूडेंट्स को फॉरेन यूनिवर्सिटीज के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम का विकल्प दिया जा रहा है. इनमें सिंगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी, अमेरिका की जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी, नीदरलैंड की रोटरडम यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंस और यूके की ऑक्सफोर्ड ब्रुक्स यूनिवर्सिटी शामिल है.
सिविल इंजीनियरिंग में 23 वर्षीय स्टूडेंट हिमल क्षेत्री बताते हैं, ‘‘एपीजे में सबसे अच्छी बात यह है कि यहां का रवैया काफी लचीला है. स्टूडेंट डिग्री की पढ़ाई के साथ कुछ अन्य पसंदीदा कोर्स भी कर सकते हैं. नतीजतन उनको कुछ दूसरे संबंधित विषयों की पढ़ाई करने का मौका मिल जाता है.’’
पत्रकारिता के एक अन्य स्टूडेंट 23 वर्षीय नमित जोशी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी में प्रैक्टिकल पर खास जोर दिया जाता है, जिससे पढ़ाई में काफी रोमांच का अनुभव होता है और वह आपको कहीं से बोझ नहीं लगती है. उनका कहना है, ‘‘व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कहूं तो यह यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स को फील्ड में जाने के लिए प्रोत्साहित करती है और व्यावहारिक अनुभव दिलाती है. यहां सिर्फ थ्योरी पर ही सारा ध्यान नहीं दिया जाता है. हमारा अपना अखबार एएसयू एक्सप्रेस है, टीवी स्टूडियो और ऑनलाइन रेडियो स्टेशन सत्यवाणी के अलावा यूट्यूब पर एक टीवी चैनल भी है. इसके अलावा फेसबुक और ट्विटर पर भी हमारी मौजूदगी है.’’
चोटी के चार कोर्स:
एनिमेशन चार साल के बैचलर प्रोग्राम में मल्टीमीडिया डिजाइन और एनिमेशन सॉफ्टवेयर के बारे में पढ़ाया जाता है.
क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी प्रोग्राम में बैचलर डिग्री के अंग के तौर पर क्लाउड कंप्यूटिंग में कंप्यूटर साइंस बहुत अच्छा विकल्प है. इससे स्टूडेंट अपने बायोडाटा में विशेष योग्यता जोड़ सकते हैं.
फैमिली बिजनेस में एमबीए इस कोर्स में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स को पेरिस के नॉरमैंडी बिजनेस स्कूल में एक सेमेस्टर की पढ़ाई करने का अवसर मिल जाता है.
पत्रकारिता स्कूल ऑफ जर्नलिज्म ऐंड मास कम्युनिकेशन पत्रकारिता के विषय में बैचलर डिग्री के अलावा मास्टर की डिग्री भी दिलाता है.