UP Board Toppers Prize: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं, इसके साथ ही कॉपी चेकिंग का काम भी बोर्ड ने खत्म कर लिया है. अब बस परिणामों की घोषणा का इंतजार है. अनुमान है कि अप्रैल के लास्ट में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. हर साल बोर्ड परीक्षा में अव्वल आने वाले छात्रों को सरकार की तरफ से प्रोत्साहन के रूप में कई इनाम मिलते हैं. पिछले कुछ सालों की तरह इस साल भी परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को सरकार की तरफ से इनाम मिल सकते हैं.
टॉपर्स को मिल सकता है इतना कैश प्राइज
यूपी बोर्ड परीक्षा में टॉपर्स की लिस्ट में शामिल करने वाले छात्रों को इनाम के तौर पर नकद राशि दी जा सकती है. बता दें कि पिछले साल यानी 2023 में यूपी सरकार द्वारा राज्य में कक्षा 10 और कक्षा 12 के टॉपर्स को नकद पुरस्कार दिया गया था. इसके लिए 4.73 करोड़ रुपये रखे गए थे. इसमें लखनऊ के मेधावी छात्रों का सबसे ज्यादा 29 लाख का बजट रखा गया था और राज्य स्तरीय मेरिट में लखनऊ के 25 मेधावियों को एक एक लाख रुपये दिए गिए थे.
साल 2023 में यूपी बोर्ड की जिला स्तरीय मेरिट में स्थान पाने वाले 20 बच्चों को 21-21 हजार रुपये मिले थे. वहीं, साल 2022 में हाईस्कूल या इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को 1-1 लाख रुपये देने की घोषणा की गई थी. साथ ही लैपटॉप भी दिया गया था. पुरुस्कार पाकर सभी टॉपर्स खुशी से झूम उठे थे.
How to Check UP Board Result 2024: यहां देखें तरीका
स्टेप 1: रिजल्ट जारी होने के बाद, सबसे पहले यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाएं.
स्टेप 2: होमपेज पर रिजल्ट लिंक (रिजल्ट जारी होने के बाद एक्टिव हो जाएगा) पर क्लिक करना होगा.
स्टेप 3: यहां आपको 10वीं या 12वीं के रिजल्ट लिंक को ओपन करना होगा.
स्टेप 4: अपना रोल और सिक्योरटी कोड दर्ज करना होगा.
स्टेप 5: आपकी प्रोविजनल मार्कशीट स्क्रीन पर खुल जाएगी, इसे चेक और डाउनलोड कर सकेंगे.
बता दें कि यूपी बोर्ड ने 22 फरवरी से 9 मार्च 2023 तक यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित की थी. परीक्षा दो शिफ्ट में हुईं थी, पहली शिफ्ट सुबह 8.30 बजे से 11.45 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शाम 5.15 बजे तक. इस साल कुल 29,47,311 छात्र-छात्राओं ने कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए और 25,77,997 छात्र-छात्राओं ने इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. पंजीकृत छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 55,25,308 थी. वहीं नकल की सख्ती के चलते तीन लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी.