किसी भी वर्क प्लेस पर आपकी स्किल्स के साथ ही आपका बिहेवियर भी बहुत मायने रखता है. आपकी कई आदतें या एक्शन आपके लिए तरक्की की राह खोल सकते हैं. वहीं, कुछ आदतें आपकी सफलता की राह में रोड़ा बन जाती हैं. कई बार हमें अपनी उन आदतों के बारे में पता भी नहीं चलता जो हमारी तरक्की की राह के सामने खड़ी हो जाती हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपके वर्क प्लेस पर आपको इंक्रीमेंट-प्रमोशन जैसी चीजें मिलती रहें तो आपको जल्द से जल्द अपनी कुछ आदतों को बदलने की जरूरत है. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो आदतें.
काम की पहल न करना: करियर एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो कर्मचारी खुद से काम की पहल नहीं करता, उसे ऑफिस के सीनियर लोगों के द्वारा ज्यादा पसंद नहीं किया जाता. अगर आपके बॉस को हर छोटी-छोटी चीज गाइड करनी पड़ रही है तो मुमकिन है कि ये आदत आपके इंक्रीमेंट-प्रमोशन पर भारी पड़ सकती है. करियर एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रमोशन के लिए उन लोगों को वरीयता दी जाती है जिनके पास खुद से काम को लेकर नए आइडिया होते हैं या जो काम की समझ रखकर खुद से काम की पहल करते हैं.
वर्क प्लेस पर होकर भी वहां न होना: सिर्फ ऑफिस आ जाने से आपका काम पूरा नहीं होता. अगर आप वर्क प्लेस में काम की बातचीत का हिस्सा नहीं बनते या मीटिंग के दौरान अपने विचार या आइडिया सामने नहीं रखते हैं तो हो सकता है इसका असर आपके इंक्रीमेंट और प्रमोशन पर पड़े.
अक्सर देर से आना और जल्दी लौटना: कुछ लोगों के लिए कहीं भी समय से पहुंचना बहुत मुश्किल टास्क होता है. लेकिन अगर आपने ऑफिस में भी यही आदत बना रखी है तो आपको इसे बदलने की जरूरत है. रोज-रोज ऑफिस लेट पहुंचने से आपके सीनियर्स पर आप बुरा इम्प्रेशन डालते हैं. वहीं, अगर आप अपने वर्किंग टाइम से पहले घर जाते हैं तो इसका भी बहुत बुरा असर पड़ता है.
बात-बात पर शिकायत करना: ऑफिस में आपने कई लोग ऐसे देखे होंगे जो छोटी-छोटी बात पर परेशान होकर शिकायत शुरू कर देते हैं. अगर आपमें ये आदत है तो आपको इसे बदलना चाहिए. किसी को भी ऐसे लोगों के साथ रहना नहीं पसंद जो हर छोटी-छोटी बात पर शिकायत करने लगते हैं. आपकी ये आदत लोगों को ये सोचने पर मजबूर कर सकती है कि आप नकारात्मकता से भरे हैं.
हर बात में कमी ढूंढना: अगर आप कोई ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें हर चीज में कमी नजर आती है तो आपको इस आदत को तुरंत बदलना चाहिए. कई लोगों की आदत होती है कुछ नया आइडिया सुनते ही उसमें कमी खोजने लगते हैं. ऐसा वो इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें नए काम को सीखने में दिलचस्पी नहीं होती. लेकिन आपकी ये आदत आपको इंक्रीमेंट और प्रमोशन से दूर कर सकती है.
सहकर्मियों की मदद से इनकार करना: लोगों की मदद करना अच्छा होता है. लेकिन वर्क प्लेस में कई लोग अपने सहकर्मियों की मदद को सीधा मना कर देते हैं. वो ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है दूसरे की मदद से उनका खुद का काम बढ़ेगा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा करने वाले लोगों को अक्सर टीम प्लेयर के रूप में नहीं देखा जाता. किसी भी वर्क प्लेस में सफलता पाने के लिए एक टीम प्लेयर होना बेहद जरूरी होता है.