हर किसी की इच्छा होती है कि वो अपने मन से सारे काम करे. हर फैसले को खुद की समझ से ले. कुछ लोग ऐसा आसानी से कर पाते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं होता कि वो दूसरों से प्रभावित होकर अपना फैसला ले रहे हैं. कई बार होता है कि हम अपने दोस्तों या परिवार वालों का दिल रखने के लिए कुछ काम उनके मन मुताबिक कर देते हैं. इसमें कोई बुराई भी नहीं है, लेकिन आपके आसपास कई ऐसे लोग हो सकते हैं, जो खुद के लाभ के लिए आपको मैन्यूपुलेट कर या आपको कंट्रोल कर आपसे काम करवा लें. आइए समझते हैं क्या होता है मैन्यूपुलेशन और क्यों होता है ये खतरनाक.
क्या होता है मैन्यूपुलेशन (What is Manipulation)?
मैन्यूपुलेशन एक अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है अपने लाभ के लिए सामने वाले को कंट्रोल करना है. मनोविज्ञान से जुड़े एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आप जो चाहते हैं उसे पाने का एक बहुत प्रभावी तरीका मैन्यूपुलेशन हो सकता है, लेकिन यह बहुत खतरनाक भी हो सकता है. अगर कोई आपको मैन्यूपुलेट कर रहा होता है तो वो आपके एक्शन से लेकर आपके विचारों तक को कंट्रोल कर सकता है.
जो व्यक्ति मैन्यूपुलेट हो रहा होता है, उसे इस बात का अंदाजा भी नहीं लगता है. सामने वाला व्यक्ति आपको अपने लाभ के लिए कंट्रोल करता रहता है जिससे आपको कई बार नुकसान भी झेलना पड़ता है. आज हम आपको कुछ ऐसी आदतें बताएंगे जो मैन्यूपुलेट करने वाले लोगों में बहुत कॉमन होती हैं. आप इन आदतों से इस बात का पता लगा सकते हैं कि कहीं सामने वाला व्यक्ति आपको कंट्रोल करने की कोशिश तो नहीं कर रहा है.
अपराधबोध कराना: एक्सपर्ट्स की मानें तो जो लोग आपको कंट्रोल करने की या मैन्यूपुलेट करने की कोशिश करते हैं, वो अक्सर आपको अपराधबोध ग्रस्त कराने की कोशिश करते हैं. वो आपके हर छोटे-छोटे एक्शन पर आपको ऐसा महसूस कराने लगते हैं कि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था. एक बार जब आप किसी चीज के लिए खुद को जिम्मेदार मानने लगते हैं, सामने वाला व्यक्ति उस चीज का फायदा उठाकर आपको कंट्रोल करने की कोशिश करता है.
प्राइवेसी का सम्मान नहीं करते: जो लोग दूसरों को मेन्यूपुलेट करते हैं, वो अक्सर सामने वाले की निजता की सीमाओं का सम्मान करना भूल जाते हैं. वो जरूरत से ज्यादा आपके जीवन में दखल देना पसंद करते हैं. वो आपकी पर्सनल स्पेस का भी सम्मान नहीं करते हैं. वहीं, जब एक बार आप उनसे अपने दिल की बात शेयर करने लगते हैं, वो समय आने पर उसका फायदा उठाकर आपको कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं.
कन्फ्यूज करने की कोशिश: एक्सपर्ट्स की मानें तो जो लोग दूसरों को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं, वो अक्सर सामने वाले को कंफ्यूज करने की कोशिश करते हैं. उन्हें अच्छी तरह से पता होता है कि अगर वो सामने वाले को कंफ्यूज कर पाएंगे तो वो आसानी से उन्हें कंट्रोल कर सकते हैं. वो आपको इस हद तक कंफ्यूज करते हैं कि आप खुद के विचारों पर ही सवाल करने लगते हैं. अक्सर ऐसे लोगों के शब्द, उनके एक्शन से मैच नहीं करते.
जरूरत से ज्यादा फ्रेंडली होने की कोशिश: कोई सच में आपके साथ फ्रेंडली हो रहा है या कोई बस मतलब के लिए आपके साथ फ्रेंडली हो रहा है, इसमें अंतर बता पाना मुश्किल होता है, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों में दूसरों को मेन्यूपुलेट करने की प्रवृत्ति होती है, वो अक्सर सामने वाले के साथ जरूरत से ज्यादा फ्रेंडली होते हैं. इसलिए जरूरी है कि आपको अपने सच्चे दोस्तों की पहचान होनी चाहिए. इससे आप ये पता लगा सकेंगे कि सामने वाला सच में आपका दोस्त है या बस अपने मतलब के लिए आपके साथ फ्रेंडली हो रहा है.