आज जिस तरह का जीवन हम जीते हैं, उसमें हम ज्यादातर वक्त खुद को स्ट्रेस से घिरा हुआ पाते हैं. हमें रोजाना के जीवन में शायद ही कोई ऐसा पल मिलता है जिसमें हम खुद के लिए कुछ करते हैं. इस व्यस्त जीवन में खुद को वक्त न दे पाना हमें जाने अनजाने में दुखी करता है और हम एक खुशहाल जीवन जीना भूल जाते हैं. हमारा जीवन खुशहाल होगा या नहीं, ये हमारी कुछ आदतों पर निर्भर करता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बता रहे हैं जो आपको एक अच्छा जीवन जीने में मदद करेंगे.
मॉर्निंग रूटीन होना जरूरी: अगर आप चाहते हैं कि आप स्ट्रेस से दूर एक खुशहाल जीवन जिएं तो उसके लिए जरूरी है कि आप सुबह का एक रूटीन जरूर फॉलो करें. ऐसा करने से आपको दिन की शुरुआत में लगेगा कि आज का दिन आपके कंट्रोल में है. जब किसी भी व्यक्ति को चीजें कंट्रोल में लगती हैं तो स्ट्रेस उसके जीवन से दूर हो जाता है.
स्क्रीन टाइम कम कर दें: इस बात से हम सभी सहमत होंगे कि हम ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने फोन या लैपटॉप पर बिताते हैं. इससे साफ है कि हमारा ज्यादातर वक्त स्क्रीन के सामने बीतता है. जब आप स्क्रीन पर बहुत ज्यादा समय देते हैं तो आपकी आंखें थका हुआ महसूस करती हैं और आप कुछ भी प्रोडक्टिव नहीं कर पाते. इससे आप खुद को निराश पाते हैं. अगर आप खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं तो आपको अपना स्क्रीन टाइम कम करने की जरूरत है.
काम से अलग हट कर कुछ नया सीखें: हम अपना जीवन कुछ इस तरह जीते हैं जहां काम को ही जीवन बना लेते हैं. खुशहाल रहने के लिए आपको ये समझना जरूरी है कि आप जो भी काम कर रहे हैं वो बस आपके जीवन का हिस्सा है. उस काम के अलावा आपको कुछ न कुछ ऐसा करते या सीखते रहना चाहिए जो आपके रचनात्मक पहलू को उभारता रहे.
सीमाएं तय करें: खुशहाल रहने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको सीमाएं तय करनी आनी चाहिए. जब आप हर किसी को अपने जीवन में जरूरत से ज्यादा प्राथमिकता देने लगते हैं तो आपके जीवन पर उन लोगों का प्रभाव पड़ने लगता है. ऐसे में आप अपने हिसाब से जीवन जीना भूल जाते हैं. इसलिए आपको ये पता होना बेहद जरूरी है कि आप किस व्यक्ति को अपने जीवन में कितना महत्व देते हैं.
छोटी-छोटी जीत का भी जश्न मनाएं: हम लगातार सफलता के पीछे भागते रहते हैं. इस प्रक्रिया में हम अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाना भूल जाते हैं. हमेशा कुछ बड़ा पाने की राह में हम छोटी खुशियों को नजरअंदाज कर देते हैं. हालांकि, अगर आप जीवन में खुशहाल रहना चाहते हैं तो सबसे जरूरी है कि छोटी-छोटी उपलब्धियों पर भी खुद की सरहाना करना सीखें और उनका जश्न मनाएं.
अपनी भावनाओं को नजरअंदाज न करें: रोजाना के जीवन में हम बहुत सी भावनाओं को महसूस करते हैं. कुछ अच्छा होता है तो हम खुश हो जाते हैं, कुछ बुरा होता है तो हम दुखी होते हैं. हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि हम अपनी फीलिंग्स को नजरअंदाज करने लगते हैं. हम काम में इस तरह व्यस्त होते हैं कि हम किसी चीज को लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं इस बारे में बात ही नहीं करते हैं. कई लोगों को लगता है कि अपनी फीलिंग्स के बारे में बात करना समय की बर्बादी है. हालांकि, खुशहाल रहने के लिए जरूरी है कि आप अपनी फीलिंग्स को महत्व दें और उस बारे में अपने करीबियों से बात करें. जब आप अपनी फीलिंग्स को नजरअंदाज करने लगते हैं तो अंदर ही अंदर आप दुख से घिरते जाते हैं और न चाहते हुए भी खुद को स्ट्रेस से घिरा पाते हैं.