अक्सर हम लोग चाहते हैं कि हम दूसरों के लिए अच्छे और सहायक बनें, और हम खुद को अच्छा बनाने की कोशिश करते हैं. यह एक अच्छी बात है, लेकिन कभी-कभी जब हम बहुत अधिक सहानुभूति दिखाते हैं और हमेशा दूसरों की प्राथमिकता को अपनी प्राथमिकता बनाते हैं, तो यह हमारी सफलता और खुशी को बर्बाद कर सकता है. आइए जानते हैं वर्क प्लेस पर आपका जरूरत से ज्यादा अच्छा होना कैसे आपको परेशान कर सकता है.
प्रमोशन पर पड़ सकता है: वर्क प्लेस पर आपकी जरूरत से ज्यादा अच्छाई आपके प्रमोशन पर असर डाल सकती है. कई बार हम दूसरों के साथ अच्छा करने के चक्कर में अपने गोल्स पर ध्यान देना बंद कर देते हैं. हम दूसरों के काम को इतनी प्राथमिकता देते हैं कि अपना काम भूल जाते हैं. ऐसा करने से आपको बचना चाहिए. वर्क प्लेस पर पहले खुद के काम को प्राथमिकता देनी चाहिए फिर किसी की मदद को आगे आना चाहिए.
आपको कोई गंभीरता से नहीं लेगा: वर्क प्लेस पर ग्रोथ के लिए जरूरी है कि आपको सामने वाला गंभीरता से ले, लेकिन कई बार हम अपनी अच्छाई के कारण लोगों की हां में हां मिलाने लगते हैं. जब आप लोगों की हां में हां मिलाने लगते हैं तो इससे आपके बारे में ये धारणा बन सकती है कि आपके खुद के कोई विचार नहीं हैं. इससे ये भी धारणा बन सकती है कि आप किसी टीम को लीड नहीं कर सकते हैं. इसका सीधा-सीधा असर आपकी ग्रोथ पर पड़ता है.
दूसरे ले लेते हैं आपके काम का क्रेडिट: अगर आप ऑफिस में हर किसी के साथ अच्छे रहते हैं तो कई बार आपने ऐसी स्थिति का सामना किया होगा जहां दूसरे लोग आपके काम का क्रेडिट खुद ले लेते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अच्छे होने के चलते आप सामने वाले को टोकते नहीं हैं. अगर आप करियर में ग्रोथ देखना चाहते हैं तो दूसरों को अपने काम का क्रेडिट लेने से रोकना चाहिए.
काम के बोझ को झेलना पड़ सकता है: आपके अच्छे नेचर की वजह से आपको जरूरत से ज्यादा काम करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आप दूसरों को नाराज या दुखी नहीं करना चाहते, इसलिए आपको आपकी क्षमता से ज्यादा कितना भी काम दे दिया जाए आप कभी मना नहीं करते हैं. इसका असर आपकी पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है. जरूरत से ज्यादा काम के चलते आप अपनी पर्सनल लाइफ को भूलते चले जाते हैं.
कोई भी जिम्मेदारी वाला काम नहीं मिलता: अगर आप वर्क प्लेस में हर किसी को खुश करने की कोशिश करते रहेंगे तो इसका असर ये होगा कि आपको कभी भी कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी. हर किसी को खुश रखने की आदत आपमें सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी को दिखाता है. लोगों के मन में ये धारणा रहती है कि आपमें खुद के लिए बोलने के कॉन्फिडेंस नहीं है, इस वजह से आप सबकी हां में हां मिलाते हैं. इसके चलते आप कभी भी कोई बड़ी जिम्मेदारी संभालने के लिए नहीं चुने जाएंगे.