अपनी वर्क प्लेस से लेकर पर्सनल लाइफ तक में आप हर रोज तमाम लोगों से मिलते होंगे. आप जितने भी लोगों से मिलते होंगे, ज्यादातर लोगों की पर्सनैलिटी अलग-अलग होती है. आप इनमें से किसे अपना दोस्त बनाते हैं, किसके साथ प्रोफेशनल रिश्ता बनाते हैं, ये आप पर निर्भर करता है. जीवन में आप किसी के साथ रहते हैं, उठते-बैठते हैं, किसके साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं, इसका असर आपकी भी पर्सनैलिटी और करियर में सफलताओं पर नजर आता है.
जाने-अनजाने हम कई ऐसे लोगों की संगत में आ जाते हैं जो हमारे लिए अच्छा नहीं होता है. ऐसे लोगों का साथ हमारी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है. आज हम आपको 5 ऐसी क्वालिटी बता रहे हैं, जिनसे आपको दूरी बनाने की जरूरत है. अआगर किसी शख्स में आपको ये क्वालिटी नजर आती हैं तो उनसे भी आपको दूरी बना लेनी चाहिए.
डॉमिनेटिंग: आपने ये शब्द कई बार सुना होगा. कोई भी ऐसा व्यक्ति जो हर किसी पर हुकुम चलाने की कोशिश करे, उसे डॉमिनेटिंग कहा जा सकता है. अगर आपके जीवन में ऐसे लोग हैं तो आपको इनसे दूरी बनाने की जरूरत है. ऐसे लोग अक्सर खुद पर स्पॉटलाइट रखने के चक्कर में दूसरों की बातें नजरअंदाज करके, अपने ही बारे में बात करते रहेंगे. वहीं, ये इस तरह से आपसे बात करेंगे कि आप इनकी बातों में आ जाएं. ऐसे लोगों की संगत में आप कभी भी अपने मन का काम नहीं कर पाएंगे. अगर कोई व्यक्ति आपको हर वक्त कंट्रोल करने की कोशिश करता है तो समझ लीजिए कि उस व्यक्ति से दूरी बनाना ही आपके लिए अच्छा है.
सहानुभूति की कमी: अगर आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो किसी से भी सहानुभूति न रखता हो तो उससे भी आपको दूरी बना लेनी चाहिए. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जिन लोगों में सहानुभूति की कमी होती है, वो कभी भी दूसरों के प्वाइंट ऑफ व्यू को नहीं समझ सकते. क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को दोस्त कहना पसंद करेंगे जो कभी भी आपकी बातों को न समझ सके. अगर आप किसी परेशानी से गुजर रहे हैं और सामने वाला व्यक्ति आपकी परेशानी समझ ही नहीं रहा तो क्या आप ऐसे व्यक्ति से अपनी परेशानी साझा करना पसंद करेंगे?
खुद को हमेशा सही समझना: अगर आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो खुद को हमेशा सही समझता है तो आपको ऐसे शख्स से दूरी बना लेनी चाहिए. ऐसे व्यक्ति खुद को सही साबित करने के लिए आपको भी गलत ठहरा सकते हैं. अगर किसी व्यक्ति का ऐसा स्वभाव है तो मुमकिन है कि वो जीवन में कुछ नया नहीं सीख पाते क्योंकि वो खुद को कभी सीखने का मौका ही नहीं देते. वो इस बात को ही नहीं समझ पाते कि वो गलत हैं और उन्हें कुछ सुधार की जरूरत है. अगर आप ज्यादा वक्त ऐसे लोगों की संगत में रहेंगे तो मुमकिन हो सकता है कि आप खुद की काबीलियत पर ही शक करने लगें.
दूसरों को जज करना: वही व्यक्ति हर वक्त दूसरों को जज करता है, जो अपने आप को सबसे ऊपर समझता हो. अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति की संगत में हैं जो बात-बात पर आपकी गलतियां बताए या जो हर वक्त दूसरों को जज करने में वक्त देता हो, ऐसे शख्स से दूरी बनाना जरूरी है. कई बार ऐसे लोग जज करते-करते कुछ ऐसा कर या कह जाते हैं जो दूसरों को दुख पहुंचा सकता है. क्या आप कभी ऐसे व्यक्ति की संगत में रहना पसंद करेंगे जो दूसरों को हमेशा जज करे? आज अगर आप इनकी संगत में रहकर उनकी हां में हां मिलाते हैं, तो मुमकिन है कल ये व्यक्ति आपको भी जज करे.
महात्वकांक्षी पर मतलबी: जीवन में हर कोई महात्वकांक्षी होता है. इसमें कोई बुराई नहीं, लेकिन अपनी महत्वकाक्षाओं को पूरा करने के लिए अगर कोई मतलबी बन जाए तो ऐसे व्यक्तियों से दूरी जरूरी है. दरअसल, जो व्यक्ति महात्वकांक्षी होने के साथ-साथ मतलबी होते हैं, वो दूसरों को नीचे खींच कर भी अपने गोल्स को पूरा करने में कभी नहीं कतराते. अगर आप ऐसे लोगों की संगत में हैं तो हो सकता है कभी आप भी इनकी इस आदत का शिकार बन जाएं. खुद को बेहतर करने की जगह, ऐसे व्यक्ति दूसरों की गलतियां निकाल कर खुद को बेहतर दिखाने की कोसिश करते हैं.