उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के भिटौली स्थित होप क्लासेस के बच्चों ने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के फीचर्स से लैस है. इस रोबोट के बारे में हर तरफ चर्चा हो रही है और इन बच्चों को इसके लिए सराहना मिल रही है. इन बच्चों ने इस AI रोबोट को बहुत कम बजट में तैयार किया है.
धर्मपुर स्थित होप क्लासेस के छात्रों ने एक अद्भुत काम किया है. उन्होंने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर काम करता है. AI की तकनीक से लैस होने की वजह से यह रोबोट खुद सीखता है, समझता है और पूछे गए सवालों के अनुसार सही जवाब भी देता है. इस रोबोट को बनाने के बाद से ही इन बच्चों की चर्चा हो रही है और लोग उनकी खूब तारीफ भी कर रहे हैं. खास बात यह है कि ये बच्चे पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश से आते हैं और यहीं पर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. इन बच्चों ने इस रोबोट को बहुत कम खर्च में तैयार किया है, जो इस समय चर्चा का विषय बन चुका है.
इंसानों की तरह काम करता है, लेकिन कभी थकता नहीं
यह रोबोट इंसानों की तरह व्यवहार करता है, लेकिन कभी थकता नहीं है. आजकल हर क्षेत्र में AI का प्रयोग बढ़ रहा है और इसकी चर्चा भी हो रही है. AI एक ऐसी तकनीक है, जिसकी मदद से मशीनें इंसानों की तरह सोच, समझ और रिस्पॉन्स कर सकती हैं. होप क्लासेस के बच्चों ने गुड न्यूज टुडे से बातचीत के दौरान बताया कि इस रोबोट को होप क्लासेस के प्रशासन के सहयोग से तैयार किया गया है. इस AI रोबोट को बनाने में सिर्फ 1800 से 2000 रुपये का खर्च आया है.
इस AI रोबोट की खासियत यह है कि यह किसी भी सवाल का जवाब देता है. बच्चों ने बताया कि आने वाले समय में इस रोबोट में कई सुधार हो सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस रोबोट के जरिए शिक्षा के क्षेत्र में मदद मिलेगी और बच्चों को इससे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. महराजगंज जिले के होप क्लासेस के बच्चों द्वारा बनाए गए इस AI रोबोट की सराहना की जा रही है. इन बच्चों ने यह साबित कर दिया कि कम संसाधनों में भी अगर कुछ करने का जुनून हो, तो बड़े काम किए जा सकते हैं. इस रोबोट से शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की संभावना है और अन्य बच्चे भी इससे प्रेरित होकर ऐसे कार्य करने के लिए उत्साहित होंगे, जो एक सकारात्मक पहल होगी.
छात्र नितिन शर्मा ने कहा कि, "हम लोगों ने इस रोबोट को बनाया है, यह रोबोट मानव की तरह न सिर्फ काम करता है, बल्कि सोचता, समझता और बात भी करता है." वहींस पंकज जयसवाल ने कहा, "हम इस AI रोबोट के माध्यम से यह चाहते हैं कि बच्चों को दिखा सकें कि साइंस से हम क्या कुछ कर सकते हैं.
कोविड के समय हमने देखा कि पूरी दुनिया ने बहुत सारी समस्याओं का सामना किया था, तो ऐसे में इस रोबोट की मदद की जा सकती है. इसके अलावा, हमारा भविष्य का प्लान है कि इसके माध्यम से हम सीमा की सुरक्षा कर सकें. इसमें कैमरे सेट किए जाएंगे और यह हथियारों से लैस होगा, जिससे दुश्मन के आने पर इसका जवाब दिया जा सके."