UGC NET Exam Cancelled: यूजीसी नेट पेपर कैंसिल होने के बाद स्टूडेंट यूनियन ने नकल माफियाओं और परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी (NTA) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) एबीवीपी ने कहा कि परीक्षाओं में पारदर्शिता से किसी प्रकार से भी समझौता नहीं होना चाहिए, पेपर लीक की समस्या बहुत गंभीर हो गई है. एबीवीपी ने पेपर लीक की अलग-अलग घटनाओं के विरोध में लगातार जमीन पर आंदोलन करके कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पेपर लीक की समस्या के स्थायी निदान के लिए आवाज उठाई थी.हम नीट-यूजी परीक्षा की भी सीबाआई जांच की मांग करते हैं. नकल माफियाओं को बख्शा नहीं जाना चाहिए, उनपर कड़ी कार्रवाई हो.
NSUI ने कही ये बात
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एक कड़ा बयान जारी किया है. उनका कहना है कि एनटीए की परीक्षाओं पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इस एजेंसी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगातार समझौता किया जाता है. छात्र संघ ने शिक्षा मंत्री से एनटीए पर प्रतिबंध लगाने और इसके अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करने के साथ-साथ तत्काल और कार्रवाई करने का आह्वान किया है.
21 और 24 जून को होगा विरोध प्रदर्शन
वरुण चौधरी ने यूजीसी-नेट छात्रों से 21 जून, 2024 को होने वाले राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया है, जो देश भर के 180 से अधिक विश्वविद्यालयों में आयोजित किया जाएगा. इसके अलावा 24 जून, 2024 को छात्र संसद घेराव में भाग लेने की बात भी की है ताकि एनटीए के खिलाफ कार्रवाई करने और छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया जा सके.
शिक्षा मंत्रालय को मिला था नेट पेपर लीक का इनपुट
देश के विभिन्न परीक्षा सेंटर पर 18 जून को हुई यूजीसी नेट की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि अब परीक्षा का आयोजन नए सिरे से किया जाएगा जिसकी जानकारी अलग से साझा की जाएगी. सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. शिक्षा मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) से मिले इनपुट के आधार पर फैसला लिया गया है कि UGC-NET जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए. क्योंकि ऐसे संकेत मिले हैं कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है. शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि अब नई परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए अलग से जानकारी शेयर की जाएगी. मामले की गहन जांच के लिए मामला सीबीआई को सौंपा जा रहा है.
क्या है यूजीसी-नेट परीक्षा
यूजीसी-नेट परीक्षा भारतीय यूनिवर्सिटीज में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलो के पदों पर भारतीय नागरिकों के चयन के लिए आयोजित की जाती है. यूजीसी ने यूजीसी-नेट परीक्षा आयोजित करने का काम एनटीए को सौंपा है. एनटीए दिसंबर 2018 से यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में करवा रहा है. हालांकि इस बार यह परीक्षा पेन और पेपर (OMR Sheet) पर करवाई गई थी. परीक्षा में करीब 11 लाख कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया था.