
Success Story: देश के प्रतिष्ठित IIM संस्थानों में एडमिशन के लिए CAT एग्जाम का मुश्किल पड़ाव पार करना होता है. विरले ही होते हैं जो संसाधानों के अभाव में भी अपनी पढ़ाई की लगन नहीं छोड़ते. ऐसी ही कहानी है अहमदाबाद के रजिन मंसूरी की, जिन्होंने पूरे परिवार के साथ एक कमरे में रहकर पढ़ाई की, वजीफे पाकर कॉलेज गए और अब IIM कोलकाता पहुंचकर अपना और अपने परिवार का भविष्य संवारेंगे.
आर्थिक तंगी को नहीं बनने दिया रोड़ा
रजिन के पिता एक AC मैकेनिक हैं. मां गृहणी हैं और एक छोटा भाई है जो अभी 10वीं में पढ़ता है. वह एक ज्वाइंट फैमिली से आते हैं जो 4 कमरों में रहता है. रजिन अपने परिवार के साथ घर के एक कमरे में रहते हैं. इसी कमरे में वह एक कोने में रोशनी के तले बैठकर पढ़ाई करते थे. बाकी परिवार भी इसी छोटे से कमरे में अपना समय बिताता था, मगर रजिन ने कभी अपना ध्यान और एकाग्रता को भंग नहीं होने दिया और जीतोड़ मेहनत जारी रखी.
2 बार क्रैक किया CAT
हाल ही में जारी CAT रिजल्ट में रजिन ने 99.79 पर्सेंटाइल हासिल कर IIM कोलकाता में अपनी सीट पक्की की. उन्होंने पिछले साल भी CAT एग्जाम क्लियर किया था, मगर तब IIM उदयपुर में एडमिशन मिल रहा था इसलिए दोबारा अटेम्प्ट किया और कामयाबी हासिल की.

बताया अपना लॉन्ग टर्म प्लान
रजिन बताते हैं कि उनके परिवार ने पैसे की बहुत तंगी देखी. अपनी पढ़ाई उन्होंने ज्यादातर स्कॉलरशिप पर की. उन्होंने कहा कि आर्थिक मदद से ज्यादा जरूरी मेंटॉरशिप है. उन्हें हमेशा उनके परिवार और गुरुजनों ने सही रास्ता दिखाया. उनका कहना है कि आगे चलकर वह चाहे कुछ भी करें, मगर आर्थिक संकटों से जूझ रहे अपने जैसे बैकग्राउंड वाले ज्यादा से ज्यादा बच्चों की मदद जरूर करेंगे.