राजस्थान में आज से कक्षा 6 से बड़ी कक्षाओं तक के लिए स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं. हालांकि, कई छात्रों ने ऑनलाइन कक्षाओं में ही पढ़ने का विकल्प चुना है. इन बच्चों के माता-पिता ने उन्हें स्कूल भेजने के बजाय ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प चुना है.
बता दें कि वर्तमान में राज्य में सार्वजनिक परिवहन शुरू हो गया है. यहां बाजार भी खुल गए हैं. इस साल जनवरी में ही राजस्थान सरकार द्वारा नाइट कर्फ्यू हटा लिया गया था. राज्य में खाद्य आपूर्ति की स्थिति सामान्य है. इसके अलावा सरकार ने कोई अतिरिक्त प्रतिबंध नहीं लगाया है.
हालांकि राज्य में मास्क न पहनने पर जुर्माना अभी 500 रुपये है जो कि पहले 200 रुपये था. सोशल डिस्टेंस न बनाए रखने के लिए जुर्माना भी 500 रुपये है. वैसे राजस्थान में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या में हाल ही में वृद्धि हुई है. सोमवार को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में कोविड-19 के 2572 सक्रिय मामले थे.
वहीं कई राज्यों में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही स्कूल-कॉलेज बंद हो रहे हैं. गुजरात के सूरत में स्कूलों में छात्र-छात्राओं में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. राज्य सरकार तेजी से स्कूलों में कोरोना जांच कराने में जुटी है जिसके आंकड़े खतरनाक हैं. 28 स्कूलों के 1613 बच्चों की जांच में 85 छात्र संक्रमित पाए गए हैं. जिन स्कूलों में 5 से ज्यादा छात्र संक्रमित पाए गए हैं उन्हें तुरंत बंद करने का आदेश दिया गया है. राज्य में हर दिन 700 से भी ज्यादा नये केस सामने आ रहे हैं.
शुक्रवार 12 मार्च को पंजाब सरकार ने भी आठ जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया और सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में प्रेपरेट्री लीव घोषित कर दी. राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्कूल बच्चों के लिए बंद किए जा रहे हैं, मगर टीचर्स स्कूल में उपस्थित रहेंगे. जो छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी मदद चाहते हैं, वे स्कूल आ सकते हैं.