क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 (QS World university ranking 2026) जारी हो गई है. यह रैंकिंग बताती है कि दुनिया के कौन से विश्वविद्यालय पढ़ाई के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं. इसे वे छात्र ज़रूर देखते हैं जो आगे की पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं. इस साल फिर से मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) पहले नंबर पर रहा है. बड़ा बदलाव यह हुआ कि इंपीरियल कॉलेज लंदन दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. वहीं, पिछले साल दूसरे नंबर पर रहा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी इस बार तीसरे स्थान पर आ गया है.
Top 10 Universities in the World-QS Ranking 2026
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 के अनुसार दुनिया के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों की सूची इस प्रकार है:
1. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), कैम्ब्रिज, संयुक्त राज्य अमेरिका
2. इंपीरियल कॉलेज लंदन, लंदन, यूनाइटेड किंगडम
3. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, स्टैनफोर्ड, संयुक्त राज्य अमेरिका
4. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, ऑक्सफोर्ड, यूनाइटेड किंगडम
5. हार्वर्ड विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज, संयुक्त राज्य अमेरिका
6. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज, यूनाइटेड किंगडम
7. ईटीएच ज्यूरिख (स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी), ज़्यूरिख, स्विट्जरलैंड
8. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (एनयूएस), सिंगापुर, सिंगापुर
9. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल), लंदन, यूनाइटेड किंगडम
10. कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैल्टेक), पासाडेना, संयुक्त राज्य अमेरिका
एमआईटी फिर से नंबर 1
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने 2026 की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में फिर से पहला स्थान हासिल किया है. यह यूनिवर्सिटी खासकर विज्ञान, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में अपने बेहतरीन रिसर्च के लिए मशहूर है. दुनिया भर के छात्र और टीचर्स यहां पढ़ाई और रिसर्च करने आते हैं.
इंपीरियल कॉलेज लंदन दूसरे नंबर पर
इस साल इंपीरियल कॉलेज लंदन दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. इसकी वजह है कि कॉलेज ने STEM विषयों (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स), नए रिसर्च और सस्टेनेबिलिटी (टिकाऊ विकास) पर बेहतरीन काम किया है.
स्टैनफोर्ड, ऑक्सफोर्ड और हार्वर्ड टॉप 5 में
इस साल की रैंकिंग में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी तीसरे स्थान पर है. यह यूनिवर्सिटी उद्यमिता (Entrepreneurship), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च और दुनियाभर की यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी के लिए जानी जाती है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चौथे नंबर पर है, जो दुनिया के सबसे पुराने और मशहूर विश्वविद्यालयों में से एक है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पांचवें स्थान पर है, जो कानून, बिजनेस और मेडिकल शिक्षा के लिए मशहूर है.
कैम्ब्रिज, ज्यूरिख और NUS भी आगे
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी छठे नंबर पर है और यह कई विषयों में रिसर्च के लिए मशहूर है.ETH ज्यूरिख (स्विट्जरलैंड) सातवें स्थान पर है, और इसे यूरोप का बेहतरीन साइंस और इंजीनियरिंग संस्थान माना जाता है. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) आठवें नंबर पर है, जो दिखाता है कि एशिया भी अब हाईयर एजुकेशन में तेजी से आगे बढ़ रहा है.
यूसीएल और कैलटेक शीर्ष 10 में शामिल
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) इस साल 9वें नंबर पर है. यह यूनिवर्सिटी रिसर्च और दुनियाभर के छात्रों को जोड़ने के लिए जानी जाती है. कैलिफ़ोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Caltech) 10वें स्थान पर है. यह छोटा लेकिन बहुत खास संस्थान है, जो खासकर टेक्नोलॉजी और एप्लाइड साइंस (अनुप्रयुक्त विज्ञान) के लिए प्रसिद्ध है.
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भारत का प्रदर्शन
इस साल 54 भारतीय विश्वविद्यालय क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल हुए हैं. 2014 में सिर्फ 11 विश्वविद्यालय थे, यानी अब भारत बहुत आगे बढ़ा है. इससे भारत अमेरिका, ब्रिटेन और चीन के बाद चौथे नंबर पर आ गया है, जिनके सबसे ज्यादा विश्वविद्यालय इस लिस्ट में हैं. हालांकि, इनमें से सिर्फ 3 भारतीय विश्वविद्यालय टॉप 200 में जगह बना पाए हैं.
IIT दिल्ली – 123वें स्थान पर (पिछले साल 150 और 2024 में 197 पर था). यह अब भारत का सबसे ऊपर वाला विश्वविद्यालय है.
IIT बॉम्बे – पिछले साल भारत का सबसे ऊपर वाला संस्थान था (118वां), लेकिन अब 129वें पर आ गया.
IIT मद्रास – इस बार सबसे बड़ी छलांग लगाई. 47 पायदान ऊपर जाकर 180वें स्थान पर पहुंच गया.
इसके अलावा, IIT खड़गपुर – 215वां स्थान, IISc बेंगलुरु – 219वां स्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय – 328वां स्थान, निजी विश्वविद्यालयों में, BITS पिलानी – 668वां स्थान, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी – 851–900 की श्रेणी में है. इस साल भारत के 8 विश्वविद्यालय पहली बार इस रैंकिंग में शामिल हुए हैं.
किस आधार पर बनती है यह रैंकिंग?
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग कई बातों पर आधारित होती है, जैसे:
यूनिवर्सिटी की अकादमिक प्रतिष्ठा (कितनी पढ़ाई और रिसर्च में मशहूर है)
नियोक्ता प्रतिष्ठा (स्टूडेंट्स की नौकरी में कितनी डिमांड है)
फैकल्टी-स्टूडेंट अनुपात (शिक्षकों और छात्रों का संतुलन)
शोध कार्य और उद्धरण (रिसर्च का असर कितना है)
अंतरराष्ट्रीय विविधता (विदेशी छात्र और शिक्षक कितने हैं)
इन आधारों से पता चलता है कि कौन सा विश्वविद्यालय दुनिया में पढ़ाई और रिसर्च के मामले में सबसे आगे है. यह रैंकिंग छात्रों, माता-पिता और शिक्षकों को सही यूनिवर्सिटी चुनने में मदद करती है.