NEET Chennai Protest: नीट परीक्षा का विरोध जताते हुए चेन्नई में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के कार्यकर्ता शास्त्री भवन के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे थे. यहां सीबीआई समेत कई केंद्रीय सरकारी कार्यालयों की मौजूदगी के कारण कड़ी सुरक्षा रहती है. इसके बावजूद मंगलवार को कार्यकर्ता हाथ में बैनर लिए नारे लगा रहे थे कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए. कार्यकर्ताओं ने परिसर के अंदर जाने की कोशिश भी की, लेकिन तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
पुलिस ने जब कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोका तो सभी ने मिलकर सड़क रोको अभियान शुरू कर दिया, जिसके बाद इलाके में हैवी ट्रैफिक की स्थिति पैदा हो गई. इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को जबरन हिरासत में ले लिया. एसएफआई के कार्यकर्ता अरुण ने कहा कि नीट शुरू होने के बाद से ही गरीब छात्रों के अवसरों को छीन रहा है. अरुण ने कहा, "पुलिस ने हमें तुरंत हिरासत में ले लिया और हमें विरोध करने की अनुमति नहीं दी, नीट गरीब विरोधी है और सामाजिक न्याय के खिलाफ है."

सीएम ने कही ये बात
सीएम एमके स्टालिन ने पहले ही इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया था कि प्रश्नपत्रों का लीक होना, परीक्षा केंद्र में टॉपर्स का ग्रुप बनाना और ग्रेस मार्क्स की जांच होनी चाहिए. “नीट और अन्य परीक्षाएं गरीब विरोधी हैं. वे संघीय राजनीति को कमजोर करती हैं. वे सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं. सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि वे योग्य क्षेत्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता को प्रभावित करते हैं.
डीएमके की प्रमुख ने कहा, जारी रहेगी लड़ाई
वहीं, डीएमके के दोनों सदनों की नवनियुक्त प्रमुख कनिमोझी करुणानिधि ने कहा कि पार्टी नीट के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगी. हमने एक मामला दायर किया, हम नीट के खिलाफ लड़ रहे हैं, हम संसद में नीट को लेकर आवाज उठाएंगे. अब पूरा देश देख रहा है कि नीट कैसे अनुचित है और छात्रों के साथ अन्याय करता है.
नीट परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा
नीट परीक्षा को लेकर एनटीए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाओं की बौछार आ गई है. सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक मेडिकल छात्रों का आंदोलन जारी है. मंगलवाल को सुप्रीम कोर्ट में नीट परीक्षा को लेकर सुनवाई हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने और री-एग्जाम के लिए इनकार कर दिया साथ ही कहा कि अगली सुनवाई में एनटीए का पक्ष भी सुना जाएगा.