JEE Mains Success Story: जेईई मेन्स सेशन-1 के रिजल्ट जारी होने के बाद क्वालीफाई करने वाले कैंडिडेंट्स की सक्सेस स्टोरीज सामने आ रही हैं. उन्हीं में दो जुड़वा भाइयों की कहानी भी शामिल है. गुरुग्राम के दोनों जुड़वा भाइयों ने जेईई मेन्स एग्जाम क्रैक किया है. दोनों भाई टॉपर्स लिस्ट में शामिल हैं.
जेईई मेन्स में पाए 100 और 99.65 परसेंटाइल
एक भाई आरव ने 100 परसेंटाइल मार्क्स हासिल किए हैं. आरव देश के उन 23 अभ्यर्थियों में से एक है जिन्होंने इस परीक्षा में 100 परसेंटाइल मार्क्स हासिल किए हैं. वहीं, आरव के जुड़वा भाई आरुष ने भी 99.65 परसेंटाइल हासिल की है. दोनों की इस उपलब्धि से माता-पिता और रिश्तेदारों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा है. फिलहाल दोनों एडवांस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.
मां ने दिखाया इंजीनियरिंग का रास्ता
आरव के पिता इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और मां ने एमएससी मैथ किया हुआ है. मां ने ही उन्हें मैथ में पढ़ाया और बचपन से ही मैथ और साइंस अच्छी होने के कारण उन्होंने इंजीनियर बनने का सोचा था. देर रात तक पढ़ाई करने के साथ ही माता-पिता और टीचर के गाइडेंस से आज वह देश के टॉप 23 टॉपर में से एक हैं. उन्होंने बताया कि जब वह 9वीं कक्षा में थे तब लॉकडाउन लगा था. उस वक्त से ही मोबाइल और खेल से दूरी बन गई थी और पढ़ाई पर फोकस किया.
आईआईटी प्रोफेसर बनने का सपना
आरव कहते हैं कि उन्होंने कोरोना काल में लॉकडाउन में तय कर लिया था कि वे आईआईटी में मैथ्स के प्रोफेसर बनेंगे. वह आईआईटी में मैथ प्रोफेसर बनकर देश के एजुकेशन सिस्टम को सुधारना चाहते हैं. वहीं आरुष आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े रहे हैं. सोशल मीडिया के नाम पर वह लिंकडिन के जरिए अपने सीनियर से जुड़े रहे और उनका गाइडेंस लेते रहे, इसके अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर समय बर्बाद नहीं करते थे.
इस उपलब्धि पर दोनों भाइयों के साथ परिजन भी खुश हैं. अब दोनों भाइयों ने एडवांस परीक्षा की तैयारी भी शुरु कर दी है. दोनों ही उन छात्रों और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं जो मोबाइल का इस्तेमाल केवल मनोरंजन के लिए करते हैं. आरुष और आरव की मानें तो मोबाइल का उपयोग सही किया जाए तो यह आपका भविष्य सुधार सकता है.