इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला पाने के लिए छात्र जेईई परीक्षा की कड़ी मेहनत करते हैं. हाई कटऑफ के कारण कुछ ही छात्रों का चयन बड़े संस्थानों में हो पाता है. इस साल का पेपर कई छात्रों के लिए कठिन साबित हुआ है. मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि इस साल का पेपर उम्मीद से ज्यादा कठिन था, जिससे कटऑफ क्लियर करना चुनौतीपूर्ण हो गया है.
गौरतलब है कि जेईई मेन 2025 सत्र 1 की अंतिम परीक्षा आज यानी 30 जनवरी, 2025 को होगी. जेईई मेन 2025 की परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जा रही है. सत्र 1 की परीक्षा 22 जनवरी से शुरू हुई थी, और सत्र 2 की परीक्षा 1 अप्रैल से 8 अप्रैल, 2025 के बीच आयोजित की जाएगी. 22 से 28 जनवरी तक आयोजित हुई परीक्षाओं के बारे में आजतक की टीम ने छात्रों के बीच मशहूर शिक्षक नितिन विजय से बात की. आइए जानते हैं कि उन्होंने परीक्षा के बारे में क्या कहा.
कैसा रहा जेईई मेन का पेपर?
छात्रों के बीच जाने-माने शिक्षक नितिन विजय ने बताया कि जेईई मेन पेपर 28 जनवरी की शिफ्ट 1 में मैथ्स सेक्शन काफी टफ रहा और फिजिक्स-केमिस्ट्री का पेपर भी काफी लेंदी थी. अगर पिछले साल से तुलना की जाए तो इस साल का पेपर काफी कठिन रहा है. यहां तक कि केमिस्ट्री का पेपर हमेशा सरल आता है लेकिन इस बार वह भी कठिन था. नितिन ने बताया कि केमिस्ट्री में इनऑर्गेनिक ज्यादा पूछी गई और सबसे टफ भी यही रही. फिजिकल केमिस्ट्री में भी एडवांस लेवल के कुछ सवाल देखे गए. नितिन ने आगे बताया क अधिकांश थ्योरी के सवाल सीधे एनसीईआरटी पर आधारित थे और करीब-करीब सभी चैप्टर कवर किए गए थे.
मैथ्स सेक्शन भी रहा टफ
मैथ्स सेक्शन डूएबल था लेकिन केमिस्ट्री और फिजिक्स से शुरुआत करने वाले स्टूडेंट्स उनमें ही अधिक समय लग जाने से, मैथ्स तक कम ही पहुंच पाए. डिफिकल्टी लेवल की बात करें तो मैथ्स भी कुछ लेंदी थी. वेक्टर से 3 सवाल, कोनिक्स से 2 सवाल आए थे. फिजिक्स को लेकर नितिन विजय ने बताया कि सेक्शन अब तक थोड़ा आसान या मॉडरेट रहता आया है लेकिन मंगलवार को अधिकांश स्टूडेंट्स ने इसे लेंदी और टफ बताया.
नितिन विजय ने आगे बताया कि फिजिक्स में डूएबल सवाल भी थे लेकिन ज्यादातर सवाल कॉन्सेप्चुअल और एडवांस लेवल के थे. रोटेशन से 3, मॉर्डन फिजिक्स और करंट इलेक्ट्रिसिटी, मॉर्डन फिजिक्स से 2-2 सवाल थे. अधिकांश सवाल कक्षा 12वीं से थे जबकि कक्षा 11 के बहुत कम सवाल पूछे गए थे. इस पाली में ऑप्टिक्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म, मैकेनिक्स, वेव्स और थर्मोडायनामिक्स से अधिक और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक, इंडक्शन (ईएमआई) और मैग्नेटिज्म जैसे चैप्टर्स से मुकाबले कम सवाल थे.