Lesbo Land Greece: ग्रीस में एक ऐसा आइलैंड है जो लेस्बियन्स महिलाओं के लिए जन्नत जैसा है. खासकर उन दो हफ्तों के लिए जब यहां लेस्बियन्स मिलकर फेस्टिवल सेलिब्रेट करती हैं. लेस्बोस द्वीप पर लेस्बियन महिलाओं के लिए हर साल फेस्टिवल का आयोजिन किया जाता है. इस फेस्टिवल दुनियाभर से लेस्बियन महिलाएं पहुंचती हैं. इस फेस्टिवल को "साफिक मक्का" (sapphic mecca) कहा जाता है. द सन वेबसाइट पर इस फेस्टिवल में शामिल होने वाल महिलाओं ने अपना एक्सपीरिएंस शेयर किया और बताया कि यह जगह कैसे लेस्बियन के लिए अजादी वाली जगह है जहां कोई उन्हें जज नहीं करता है और ने अपने मनपसंद पार्टनर के साथ अच्छे पल बिता सकती हैं.
एक महिला ने सन वेबसाइट को बताया कि कैसे यह द्वीप समलैंगिक महिलाओं के लिए एक लोकप्रिय जगह बन गई है. वह कहती हैं कि "जो लेस्बोस में होता है, वह लेस्बोस में ही रहता है." यहां की बात कोई भी इधर उधर नहीं करता. यहां पर एक क्लब है जहां महिलाएं रात रातभर पार्टीज करती हैं. हर साल पांच हजार से ज्यादा महिलाएं इस जश्न का हिस्सा बनती हैं. यह फेस्टिवल 25 साल पहले शुरू किया गया था जो कि दो हफ्तों तक चलता है. इस फेस्टिवल में लड़कियां रोमांस करती हैं और खुलकर मजे करती हैं.
आर्टिकल में बताया गया कि इस द्वीप का लेस्बियन महिलाओं से जुड़ाव 600 ईसा पूर्व की कवयित्री सैफो से है, जो महिलाओं के लिए कविताएं लिखती थीं. "साफिक" शब्द का उद्गम भी उन्हीं के नाम से हुआ है. यहां एक "सैफो की चट्टान" भी है, जहां तक तैरकर जाना लेस्बियन महिलाओं के लिए एक "रीति-रिवाज" जैसा है. यहां महिलाएं बिना कपड़ों के आराम से घूमती हैं.

ग्रीस में समलैंगिक विवाह को मिली मान्यता
ग्रीस ने हाल ही में, फरवरी 2024 में, समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी है. यह ऐसा करने वाला दुनिया का पहला बहुसंख्यक-ऑर्थोडॉक्स देश है, जिसने समलैंगिक जोड़ों को बच्चे गोद लेने का अधिकार भी दिया है. लेखिका का कहना है कि लेस्बोस में इस ऐतिहासिक कदम का जश्न मनाया जा रहा है. यहां पर मिली कई महिलाओं ने इस फेस्टिवल में शादी की और आज साथ में अपना जीवन बिता रही हैं.
लेस्बोस महिलाओं के लिए एक "जादुई जगह" है, जहां वे पूरी तरह से आज़ाद महसूस करती हैं. महिला आगे कहती है कि यह उन महिलाओं के लिए एक "तीर्थयात्रा" है, जो खुदको समझना और स्वीकार करना चाहती हैं.