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मर्दों के फील्ड में कमाल करने वाली इन टॉप-4 वुमन लीडर्स से कुछ सीख‍िए!

क्र‍िकेट-व्यवसाय या कॉर्पोरेट जगत...ये सभी फील्ड्स हमेशा से मर्दों के रहे हैं. लेकिन बीते सालों में इन क्षेत्रों में कुछ महिलाओं ने सारे पुुराने प्रत‍िमान ध्वस्त कर दिए हैं. ये सभी महिलाएं अपनी-अपनी फील्ड में कमाल कर रही हैं. असामान्य परिस्थि‍तियों का सामना करके अपना मुकाम बनाने वाली इनमें से कुछ महिलाओं की कहानी हम यहां दे रहे हैं.

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International women s day 2023: मिसाल हैं ये वुमन लीडर्स
International women s day 2023: मिसाल हैं ये वुमन लीडर्स

International Women's Day 2023: खूबसूरत-स्टाइलिश और अपने हुनर में माहिर क्र‍िकेटर स्मृति मंधाना क्र‍िकेट जगत में नई उम्मीद हैं. मेन स्ट्रीम से हमेशा दूर रहे महिला क्र‍िकेट की पहचान स्मृति ने बदलकर रख दी है. इसी साल महिला प्रीमियर लीग (WPL) में 409 खिलाड़ियों की नीलामी में टीम इंडिया की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना टॉप पर रहीं. स्मृति मंधाना को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 3.40 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कीमत में खरीदा. वह WPL ऑक्शन की सबसे महंगी क्रिकेटर रही हैं.

26 साल की स्मृति की लोकप्र‍ियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि उनके इंस्टाग्राम पर 7 मिल‍ियन फॉलोअर्स हैं. बल्लेबाज स्मृति ने अपने बड़े भाई को देखकर क्र‍िकेट को अपनाया था लेकिन आज वो एक बड़े मुकाम पर हैं. उनके भाई श्रवण महाराष्ट्र के लिए एज ग्रुप क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन स्मृति आज देश की पहचान हैं. स्मृति सबसे पहले अक्टूबर 2013 में वनडे मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं. तब महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए उन्होंने वेस्ट जोन अंडर-19 टूर्नामेंट में गुजरात के खिलाफ 150 गेंदों पर नाबाद 224 रन बनाए थे. 

क्र‍िकेटर स्मृति मंधाना (Instagram)
क्र‍िकेटर स्मृति मंधाना (Instagram)

सुमन मिश्रा: नौ महीने के बच्चे की मां ने जब संभाली महिंद्रा की कमान 

साल 2015 में जब सुमन मिश्रा ने महिंद्रा समूह की कमान संभाली, उनके सामने नौ महीने के बच्चे की परवरिश की भी जिम्मेदारी थी. ये आसान नहीं था, लेकिन उनके जज्बे ने 2021 में उन्हें हेड ऑफ स्ट्रेटजी बना दिया. ये वो दौर था जब ई-विहिकल का जमाना आ गया था. तब पुरुष-प्रधान उद्योग की कुछ महिलाओं में से एक सुमन मिश्रा ने कमाल कर दिया. 

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आज वो महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी की सीईओ बन चुकी हैं. सुमन के बारे में सबसे खूबसूरत बात यह है कि आज इस मुकाम पर पहुंचकर पूरे स्त्री समुदाय की एडवोकेसी करने से नहीं चूकतीं. बिजनेस टुडे को दिए एक बयान में सुमन कहती हैं कि “यह जेंडर के बारे में नहीं है, यह एक संगठनात्मक संस्कृति विकसित करने के बारे में है. आज, मेरे लिए इंटरव्यू पूल में अधिक महिलाओं को रखना प्राथमिकता है और एक बार उन्हें काम पर रखने के बाद, हम उन्हें बनाए रखने की पूरी कोशिश करते हैं." 

सुमन मिश्रा (Pic: Twitter)
सुमन मिश्रा (Pic: Twitter)

सुमन को कंपनी को एक नया विजन देने का क्रेडिट दिया जाता है. जब उन्होंने महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी की जिम्मेदारी संभाली, उस वक्त पेट्रोल, सीएनजी, डीजल और इलेक्ट्रिक सभी तरह के वाहनों की बिक्री संख्या महीने में मुश्किल से 1,000 यूनिट थी. उनके पद संभालने के बाद आज, यह हर महीने 4,000 से अधिक यूनिट बेचता है. लास्ट-माइल कनेक्टिविटी में महिंद्रा के पास वर्तमान में लगभग 12.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है. 

50 की उम्र में Nykaa की नायिका बनीं फाल्गुनी

जिस उम्र में लोग अपने रिटायरमेंट प्लान करने लगते हैं, फाल्गुनी नायर ने उस उम्र में अपना सपना जिया. 50 की उम्र में बिना किसी अनुभव के अपना ब्यूटी स्टार्ट अप नायका शुरू करने वाली फाल्गुनी ने वाकई वो कर दिखाया जो किसी ख्वाब की ताबीर से कम नहीं. फाल्गुनी न सिर्फ महिलाओं बल्क‍ि लड़कियों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. साल 2012 में शुरू किया गया बिजनेस साल 2022 तक 10 साल में ब्यूटी वर्ल्ड में एक पहचान बन चुका था. 

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फाल्गुनी नायर (Pic:India Today)
फाल्गुनी नायर (Pic:India Today)

19 फरवरी 1963 को मुंबई में जन्मीं फाल्गुनी ने अपना करियर इंवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर बनाया था. शुरुआत एएफ फर्ग्यूसन कंपनी में मैनेजमेंट कंसल्टेंट से की. साल 1993 में कोटक महिंद्रा ग्रुप के साथ जुड़ीं और 19 सालों तक काम किया. फिर साल 2005 में वह कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर बनीं और 2012 तक इस पद पर रहीं. जॉब के दौरान ही उन्होंने IIM अहमदाबाद से MBA किया और इसी वक्त उन्हें अपना खुद का व्यवसाय करने का आइड‍िया आया. बस फिर क्या था, नौकरी छोड़ने का रिस्क लेकर वो नायका की नायिका बनकर उभरने लगीं. 

लीना नायर: पेरेंट्स को मिलता था बेट‍ियां होने का ताना

फ्रांस के लग्जरी ब्रांड Chanel की ग्लोबल सीईओ लीना नायर भी पुरुषों के वर्चस्व वाले कॉर्पोरेट जगत का वर्तमान हैं. Fortune ने 2021 की सबसे ताकतवर भारतीय महिलाओं की सूची में स्थान दिया है. यह संभवत: पहला उदाहरण है, जब किसी एचआर एक्सीक्यूटिव को किसी ग्लोबल कंपनी में सीईओ की जिम्मेदारी मिली हो.

लीना महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में जन्मी थीं. उनके अलावा उनकी एक बहन भी हैं. लीना के पेरेंट्स को हमेशा दो बेटियां होने का ताना दिया जाता था. मनी कंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में खुद लीना ने कहा कि लोग पूछते थे कि ज्‍यादा पढ़कर क्‍या करोगी? तुम्‍हारे मां-बाप की सिर्फ दो लड़कियां हैं, कोई लड़का तो है नहीं, यह सुनकर मुझे बहुत गुस्‍सा आता और अपसेट हो जाती, लेकिन मैंने इस गुस्‍से को सपने पूरा करने का ईंधन बना लिया. 

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लीना नायर (Pic: India Today)
लीना नायर (Pic: India Today)

बता दें कि एक्सएलआरआई जमशेदपुर से गोल्ड मेडलिस्ट रहीं लीना तकरीबन 30 साल यूनिलीवर के साथ जुड़ी हुई हैं. इस सफर की शुरुआत उन्होंने यूनिलीवर की भारतीय सब्सिडियरी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के साथ 1992 में की. उन्हें 2013 में लंदन बुलाया गया और समूह में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (Senior VP) की जिम्मेदारी दी गई. वह 2016 में प्रमोशन के बाद से यूनीलीवर की सीएचआरओ (CHRO) रहीं. अब उनके प्रोफाइल में Chanel की ग्लोबल सीईओ का तमगा जुड़ गया है. 

 

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