बचपन से लेकर अब तक आपने जुड़वां बच्चे तो जरूर देखे होंगे. कभी जुड़वा बच्चे एक जैसे नजर आते हैं तो कई बार ऐसा भी होता है कि ये पैदा तो एक समय में होते हैं लेकिन देखने में अलग होते हैं. इन बच्चों को देखकर अक्सर ऐसा ख्याल आता है कि ऐसा क्या है, जब जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं. आइये जानते हैं इसके पीछे की साइंस.
आमतौर पर महिला एक समय में एक ही बच्चे को जन्म देती है. कई बार ऐसा भी होता है कि महिला दो या दो से अधिक बच्चों को भी जन्म देती है. पहले जानते हैं कि बच्चे पैदा कैसे होते हैं.
कैसे पैदा होते हैं बच्चे?
दरअसल, पीरियड्स के 10 दिन बाद से 18 दिन तक महिलाएं एक अंडा पैदा करती हैं. इसे Ovum कहा जाता है. इस समय में जब महिला और पुरुष फिजिकल रिलेशन बनाते हैं, तब पुरुष के वीर्य (Semen) में उपस्थित शुक्राणुओं (Sperms) में से एक शुक्राणु इस अंडे में प्रवेश कर जाता है. इस क्रिया को गर्भाधान कहा जाता है. यानी महिला प्रेग्नेंट हो जाती है. इसके 280 दिन बाद महिला बच्चे को जन्म देती है.
कब पैदा होते हैं जुड़वां बच्चे?
इसके लिए दो कंडीशन होती हैं आइए जानते हैं डिटेल्स....
पहली स्थिति
कभी-कभी ऐसा होता है कि गर्भाधान की क्रिया के बाद अंडा दो हिस्सों में बंट जाता है. इस स्थिति में गर्भाशय में दो अलग-अलग बच्चे विकसित होते हैं और एक साथ दो बच्चे पैदा होते हैं. इस प्रकार पैदा हुए बच्चों का रूप, रंग और आकार एक जैसा होता है. इनका लिंग भी समान होता है यानी या तो ये दोनों बच्चे लड़की होंगे या दोनों लड़के होंगे. इसकी वजह इनका एक ही अंडे से पैदा होना है.
दूसरी स्थिति
इसके अलावा भी एक संभावना होती है. इस स्थिति में पुरुष के सीमन से दो स्पर्म महिला के अलग-अलग अंडों में प्रवेश कर जाते हैं. इससे गर्भ में दो बच्चों का विकास होता रहता है और तय समय के बाद दो बच्चों का जन्म होता है. इस प्रकार से पैदा हुए बच्चे एक दूसरे से भिन्न होते हैं. इन दोनों बच्चों का जेंडर एक जैसा भी हो सकता है और अलग-अलग भी.