अहमदाबाद एयरपोर्ट में टेकऑफ के वक्त एअर इंडिया का एक विमान क्रैश हो गया है. विमान में 242 लोग सवार थे. इसके साथ इसमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू थे. विमान हादसे के बाद हर कोई प्लेन क्रैश के कारणों के बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन अभी तक क्रैश होने के कारण की जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन, कई एविएशन एक्सपर्ट क्रैश होने के कारणों का अंदाजा लगा रहे हैं और बता रहे हैं कि किन कारणों से ऐसे हादसे हो जाते हैं. ऐसे में जानते हैं कि आखिर किन कारणों से ऐसा हादसा होता है...
एविएशन एक्सपर्ट डॉक्टर वंदना सिंह ने बताया कि जब फ्लाइट टेक ऑफ करती है तो वो प्लेन मैक्सिमम फ्यूल के साथ उड़ान भरती है. अहमदाबाद विमान हादसे का कारण एक्युरेट अभी नहीं बताया जा सकता और इसकी जानकारी फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर ही बता पाएगा. लेकिन कुछ कारण होते है, जिनकी वजह से प्लेन क्रैश हो सकता है.
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पहला कारण
वंदना सिंह ने बताया कि टेकऑफ के जस्ट बाद प्लेन क्रैश होने का एक अहम कारण लोड फैक्टर हो सकता है. दरअसल, लोक फैक्टर का मिस कैल्क्युलेशन कई बार क्रैश होने का कारण बन जाता है. बता दें कि लोड फैक्टर किसी भी विमान में रखे गए वजन का सही अनुपात होता है, जो विमान की संरचना के आधार पर तय किया जाता है. ये फ्लाइट में आगे पीछे यात्रियों को बैठाकर बराकर फिक्स किया जाता है, ताकि प्रेशर कंट्रोल किया जा सके.
उन्होंने बताया है कि शुरुआती जानकारी सामने आ रही है कि प्लेन का एक पहिया एक बिल्डिंग में अटका हुआ है. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि ये वजन के मिस कैल्युलेशन की वजह से हो सकता है. वैसे तो फ्लाइट से पहले ऐसी सभी जानकारी चेक की जाती है.
दूसरा कारण
वंदना सिंह ने बताया कि इसका दूसरा कारण ये हो सकता है कि उसका लैंडिंग गियर अच्छे से बंद नहीं हुआ होगा. बता दें कि लैंडिंग गियर किसी भी फ्लाइट का वो हिस्सा होता है, जो उड़ान भरने और उतरने के दौरान रनवे के संपर्क में आने पर पूरा वेट संभालने और काइनेटिक एनर्जी (गतिज ऊर्जा) को अवशोषित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ये वो ही हिस्सा होता है, जिससे प्लेन के पहिए बाहर आते हैं और उससे रनवे पर प्लेन चलता है.