अगर आप महंगे और बड़े ब्रांड की घड़ी खरीदने जा रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. बड़े ब्रांड के नाम पर आपको मुंबई के मस्जिद बंदर की एक छोटी सी दुकान में बनी नकली घड़ी भी थमाई जा सकती है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जो Calvin klein, Swatch, Movado Swiss और यहां तक कि भारतीय ब्रांड Fastrack के नाम पर नकली घड़ियां बनाकर बाजार में बेचता था.
मुंबई पुलिस को सूचना मिली थी कि दक्षिणी मुंबई में कुछ बड़े ब्रांड्स की प्रीमियम वॉचेज के नाम पर नकली घड़ियां बनाई जा रही हैं. इसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 3 ने ऑपरेशन चलाने का प्लान बनाया.
इसके अलावा Swatch ग्रुप के अधिकारियों ने भी पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी कि Swatch ब्रांड की नकली घड़ियां बनाकर पूरे मुंबई में बेजी जा रही हैं और दूसरे राज्यों में भी भेजी जा रही हैं. सूत्रों से इस फर्जीवाड़े की ठोस सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापा मारने की योजना बनाई.
मस्जिद बंदर इलाके के काजी सैयद गली में स्थित ठिकाने पर मंगलवार को क्राइम ब्रांच ने छापा मारा और Swatch, Calvin Klein, Movado Swiss और Fasttrack ब्रांड की 4180 घड़ियां बरामद कीं. इसके अलावा इस ठिकाने से घड़ियां बनाने के सामान और मशीनें बरामद हुईं. कुल मिलाकर 20 लाख का माल बरामद किया है.
यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की घड़ियां 8000 से लेकर 50000 रुपये तक में बेचता था. जबकि भारतीय ब्रांड की घड़ियां कम दाम में बेची जाती थीं.
क्राइम ब्रांच के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अशोक खोत ने कहा, "यह कारखाना चलाने वाले मास्टरमाइंड की पहचान अफजल अंसारी के रूप में हुई है. उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 34 के तहत धोखाधड़ी और कॉपी राइट एक्ट की धारा 52, 63 और 65 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है."