दिल्ली के गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल (GTB) में भर्ती मरीज रियाजजुद्दीन की गोली मारकर हत्या कर गई. इस घटना में अब चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, सर्जरी वार्ड में रियाजजुद्दीन के बेड के ठीक सामने घोषित बदमाश वसीम भी भर्ती था. हमलावर उसी को मारने के लिए अस्पताल के अंदर घुसे थे, लेकिन गलती से मरीज रियाजजुद्दीन की हत्या कर भाग गए. जीटीबी एन्केव थाना पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. पुलिस का कहना है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
मरने वाला रियाजजुद्दीन कौन था?
रियाजजुद्दीन (32 साल) श्रीराम कॉलोनी (खजूरी खास) का रहने वाला था. वो इलाज करवाने GTB अस्पताल आया था. दरअसल, रियाजजुद्दीन अपने पिता की मौत के बाद डिप्रेशन में चला गया था और नशे करने लगा था. परिजन कहते हैं कि पेट में संक्रमण की वजह से दो माह पहले रियाजजुद्दीन का जीटीबी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था. बाद में उसे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया. वहां फिर पेट में दर्द उठने लगा. परिजनों को सूचना मिली तो वे 23 जून को उसे जीटीबी अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां अस्पताल की चौथी मंजिल पर स्थित वार्ड नंबर 24 में भर्ती कराया गया. परिवार में रियाजजुद्दीन की मां, पत्नी और दो बच्चे हैं.
घटना कैसे हुई?
अस्पताल में रियाजजुद्दीन की बहन तरन्नुम देखभाल कर रही थीं. तरन्नुम का कहना था कि रविवार शाम करीब 4 बजे भाई के पेट पर पट्टी की जा रही थी. नर्स और वो भाई के पास खड़ी थीं. उसी दौरान तीन बदमाश वार्ड में घुस आए और एक बदमाश ने जेब से पिस्टल निकाली और रियाजजुद्दीन पर गोलियां बरसा दीं. दो गोलियां भाई के पेट पर लगीं. नर्स और तरन्नुम पर भी फायरिंग की गई. हालांकि, दोनों गोलियों की आवाज सुनते ही नीचे बैठ गईं, जिससे उनकी जान बच गई. बाद में हमलावर हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले. वार्ड के गेट पर सुरक्षाकर्मी भी था, लेकिन बदमाशों को रोकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका. बदमाशों ने करीब सात राउंड गोलियां चलाईं. पुलिस को मौके से पांच खोखे मिले हैं.
किसे मारने आए थे बदमाश?
शुरुआती जांच में सामने आया है कि बदमाश अस्पताल के वार्ड नंबर 24 में ही भर्ती वसीम को मारने आए थे. चूंकि, वसीम (33 साल) और रियाजजुद्दीन के बेड आमने-सामने थे. घटना से पहले बदमाशों ने रेकी की होगी और फिर हमलावरों को मौके पर भेजा गया, लेकिन वे टारगेट पहचान करने में गलती कर गए और वसीम की बजाय रियाजजुद्दीन पर गोलियां बरसा दीं. वसीम शास्त्री पार्क थाने में बदमाश घोषित है और 17 मामलों में आरोपी है.
किस गैंगस्टर का नाम सामने आ रहा?
वसीम के परिवार का दावा है कि वेलकम थाना क्षेत्र के बदमाश समीर बाबा ने इस पूरी घटना को अंजाम दिलवाया है. समीर बाबा ने अपने गुर्गों को अस्पताल भेजा था और वो वसीम की हत्या करना चाहते थे. वसीम की पत्नी आफरीन का कहना है कि उसके पति की हत्या के लिए दो बार पहले भी बदमाश आए थे, लेकिन मौका ना लग पाने की वजह से वापस लौट गए थे.
वसीम से गैंगस्टर समीर का क्या विवाद था?
दरअसल, वसीम जब जेल में बंद था, तब उसकी लड़ाई वेलकम इलाके के बदमाश समीर बाबा से हो गई थी. आरोप है कि समीर बाबा के इशारे पर हत्या का प्लान बनाया गया. 12 जून को वसीम को वेलकम थाना क्षेत्र के शैतान चौक बुलाया गया. यहां दो बदमाशों ने वसीम और उसके दोस्त आसिफ पर जानलेवा हमला किया था. वसीम को चार, आसिफ को तीन और फुटपाथ पर सो रहे दो बुजुर्गों को एक-एक गोली लगी थी. पुलिस ने इस मामले में आरोपी फैजान, मोहसिन और जुनैद को गिरफ्तार किया था. हमले के करीब एक माह से वसीम का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के बाद वसीम की पत्नी ने पुलिस सुरक्षा दिए जाने की मांग की है.
वसीम का आपराधिक इतिहास
आरोपी 18 साल का लड़का है, जिसने कई राउंड गोलियां चलाईं. शुरुआती जानकारी में रियाजजुद्दीन का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है. जबकि वसीम के खिलाफ हत्या की कोशिश, जबरन वसूली, झपटमारी और लूट के 17 मामले दर्ज हैं.
प्रत्यक्षदर्शी ने क्या कहा...
ड्यूटी पर मौजूद एक नर्स ने नाम ना छापने के अनुरोध पर बताया कि हमलावर दोपहर 3.59 बजे वार्ड में घुसा और सभी को शांत रहने और अलार्म ना बजाने के लिए कहा. उसने पीछे छिपाकर रखी पिस्तौल निकाली और मरीज को गोली मारकर भाग गया. नर्स ने कहा कि गोली की आवाज से वार्ड के बाहर भीड़ जमा हो गई. किसी ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
हड़ताल पर डॉक्टर्स... क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री?
गोलीबारी की घटना के बाद डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ में नाराजगी है. रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सभी अस्पतालों की सुरक्षा समीक्षा की जाएगी और कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भारद्वाज ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है. भारद्वाज ने एक्स पर लिखा, LG साब, आपके आने के बाद पिछले दो साल में दिल्ली की क़ानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है. अपराधियों में कानून का खौफ खत्म हो गया है. दिनदहाड़े अस्पताल में घुसकर गोलियां चल रही हैं. कभी तिहाड़ जेल के अंदर पुलिस के सामने हत्या होती है, पुलिस के जवान देखते रहते हैं. कभी कोर्ट के सामने वकील को गोली मारी जाती है. जंगपुरा में दिनदहाड़े घर में घुसकर बुजुर्ग की निर्मम हत्या हो रही है. दिल्ली में दिनदहाड़े CCTV के सामने हत्या अब आम बात होती जा रही है. अपराधी बेखौफ हैं. दिल्ली पुलिस को राजनैतिक इस्तेमाल के चलते उसे बर्बाद कर दिया गया है.
अस्पताल ने क्या कहा...
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ लोगों ने वार्ड में घुसकर डॉक्टर को धक्का दिया और मरीज को गोली मार दी और भाग गए. जीटीबी अस्पताल ने आधिकारिक बयान में कहा, कोई और घायल नहीं हुआ. ड्यूटी पर मौजूद सीएमओ द्वारा सूचना दिए जाने के बाद जीटीबी एन्क्लेव के एसएचओ, एसीपी और अपराध शाखा के अधिकारी मौके पर पहुंचे. RDA ने बयान में कहा, हमने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का फैसला किया है. हमारे कार्यस्थल की सुरक्षा के संबंध में कई बार आग्रह किए जाने के बाद यह निर्णय लिया है.
बयान में कहा गया, जब तक बुनियादी सुरक्षा सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जाता और सूचित नहीं किया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. डॉक्टर्स ने कहा, हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने इस घटना को माफिया जैसी हत्या बताया है.