चालू गन्ना पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन कम हो गया है. लेकिन निजी चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन यानी इस्मा को अनुमान है कि इस साल चीनी का निर्यात बढ़ेगा.
इस्मा के मुताबिक इस सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में अब तक 16 लाख टन चीनी का निर्यात हो चुका है, जबकि करीब 32 लाख टन निर्यात का अनुबंध है. इस्मा का अनुमान है कि भारत इस साल 50 लाख टन चीनी का निर्यात कर पाएगा. यहां बता दें कि सरकार ने चालू सीजन में मिलों के लिए अधिकतम 60 लाख टन चीनी निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है.
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इसके साथ ही इस्मा ने बताया कि देश भर की चीनी मिलों ने चालू सीजन 2019-20 के शुरुआती साढ़े चार महीने में 169.85 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 49.81 लाख टन कम है. पिछले साल 15 फरवरी तक देश की चीनी मिलों ने कुल 219.66 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था.
महाराष्ट्र में 43.38 लाख टन उत्पादन
देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में इस साल अब तक 43.38 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है. पिछले साल इसी अवधि में 82.98 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था. हालांकि, देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पिछले साल के 63.93 लाख टन से बढ़कर 66.34 लाख टन हो गया है.
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वहीं कर्नाटक में चीनी का उत्पादन पिछले साल के 38.74 लाख टन से घटकर 30.80 लाख टन रह गया है. इसके अलावा गुजरात में चीनी उत्पादन 5.95 लाख टन, बिहार में 5.08 लाख टन, पंजाब में 3.72 लाख टन, हरियाणा में 3.51 लाख टन, उत्तराखंड में 2.41 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है.