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5G शुरू करने को लेकर मुकेश अंबानी के उलट सुनील मित्तल ने कही ये बात  

इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2020 को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलायंस जियो भारत में 5G  क्रांति की अगुवाई करेगी और 2021 की दूसरी छमाही में इसे लाॅन्च कर दिया जाएगा.

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5G पर मुकेश अंबानी और सुनील मित्तल के विरोधी दावे
5G पर मुकेश अंबानी और सुनील मित्तल के विरोधी दावे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 5 जी कब शुरू होगा? इस पर दिग्गजों की राय बंटी
  • मुकेश अंबानी ने अगले साल शुरू करने का दावा किया
  • एयरटेल के सुनील मित्तल की राय इस पर अलग है

5G जी को लेकर टेलीकाॅम जगत के दो दिग्गजों ने परस्पर विरोधी राय रखी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि वे अगले साल की दूसरी छमाही में 5G सेवाएं शुरू कर देंगे, जबकि भारती एयरटेल के सुनील भारती मित्तल का मानना है कि इसे शुरू करने में अभी दो-तीन साल लग जाएंगे. 

क्या कहा मुकेश अंबानी ने 

गौरतलब है कि मंगलवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2020 को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलायंस जियो भारत में 5G  क्रांति की अगुवाई करेगी और 2021 की दूसरी छमाही में इसे लाॅन्च कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 5G जल्द से जल्द शुरू हो इसके लिए सरकार को जरूरी नीतियां बनानी चाहिए. 

सुनील मित्तल ने कही ये बात 

दूसरी तरफ, इंडिया मोबाइल कांग्रेस को ही संबोधित करते हुए भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील मित्तल ने कहा कि मोबाइल इंटरनेट की दुनिया में अगली पीढ़ी के 5G टेक्नोलाॅजी के आने में अभी दो-तीन साल लग जाएंगे. 

 इसे देखें: आजतक LIVE TV 

मित्तल ने कहा, ‘मैं खासकर 5G के आने को लेकर उत्साहित हूं, जिसकी शुरुआत अगले दो-तीन साल में ही भारत के मोबाइल ब्राॅडबैंड क्षेत्र में हो सकती है. जब दुनिया भर में 5G आम हो जाएगा तो इक्विपमेंट की कीमतें कम हो जाएंगी और इसके डिवाइस प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हो जाएंगे.‘ 

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2जी के युग से आगे जाना होगा! 

अपनी कई विरोधी कंपनियों पर एक तरह से टिप्पणी करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा था, ‘भारत में करीब 30 करोड़ मोबाइल फोन ग्राहक अभी 2जी के युग में फंसे हुए हैं. इसलिए इस बारे में तत्काल नीतिगत कदम उठाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वंचित तबके के लोगों को भी किफायती कीमत पर स्मार्टफोन उपलब्ध हो सके. इससे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा लोगों के बैंक अकाउंट में फायदा पहुंचाया जा सकेगा और वे भी डिजिटल इकोनाॅमी में सक्रियता से हिस्सेदारी कर सकेंगे.‘ 

 

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