अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बड़ा फैसला लेते हुए फेड रेट में कटौती कर दी है. गुरुवार को सोने और चांदी का सीमित दायरे में कारोबार हुआ. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना गिरावट के साथ खुला , लेकिन दिन के दौरान इसमें थोड़ी तेजी आई. वहीं शुक्रवार को भी सोने-चांदी के भाव में गिरावट देखने को मिली है.
कल एमसीएक्स पर सोने का वायदा भाव 1.27% की गिरावट के साथ 1,19,125 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला, जबकि पिछला बंद भाव 1,20,666 रुपये था. चांदी की शुरुआत भी कमजोर रही और यह 0.4% गिरकर 1,45,498 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई.
वहीं आज भी सोना-चांदी के भाव में गिरावट देखी जा रही है . एमसीएक्स पर सोना आज 400 रुपये से ज्यादा टूटकर 120880 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. जबकि चांदी का भाव 800 रुपये से ज्यादा टूटकर 147942 रुपये प्रति किलो है.
क्या और गिरेगा भाव?
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी) राहुल कलंत्री के अनुसार, शुरुआती सत्र में सोने और चांदी की शुरुआत मजबूत रही, लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद 4.0% पर आने के बाद आगे कटौती की संभावना कम होने से सोने के भाव में तेजी आई. एक्सपर्ट का कहना है कि उनके इस बयान से आगे और मुनाफावसूली हो सकती है.
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद ने सोने की सुरक्षित निवेश मांग को कम कर दिया है. कलांत्री ने कहा कि शॉर्ट टर्म में कमजोरी के बावजूद सोना और चांदी मजबूत बना हुआ है.
कहां तक जाएगा सोने का भाव?
एक्सपर्ट ने बताया कि सोने को 1,20,070-1,19,480 रुपये पर सपोर्ट मिल रहा है. 1,21,450-1,22,100 रुपये पर प्रतिरोध है. दूसरी ओर, चांदी को 1,44,950-1,43,750 रुपये पर सपोर्ट है और 1,47,240-1,48,180 रुपये पर प्रतिरोध है. इस दायरे को पार करने पर सोने-चांदी के भाव में तेज गिरावट या तेज उछाल आ सकती है.
अभी सोने में रहेगी अस्थिरता
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतीन त्रिवेदी का कहना है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहा और यह मामूली बढ़त के साथ 0.38% बढ़कर 1,21,130 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, क्योंकि अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती उम्मीद के मुताबिक तो रही, लेकिन फिर भी सोने-चांदी के भाव में गिरावट देखने को मिली .
उन्होंने आगे कहा कि भू-राजनीतिक तनाव अभी भी निवेशकों को सतर्क रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा परमाणु हथियारों के परीक्षण की अनुमति देने के संकेत के बाद, सर्राफा बाजार में तेजी को सपोर्ट कर रहे हैं, जिससे जोखिम का स्तर बढ़ा हुआ रहा.त्रिवेदी को उम्मीद है कि निकट भविष्य में सोना 1,18,000 रुपये से 1,24,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच सीमित दायरे में रहेगा.
सोने -चांदी को लेकर क्या उम्मीद करें?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कारोबारी दिनों में सोने और चांदी की कीमतें अस्थिर रह सकती हैं, जो व्यापार वार्ता, ब्याज दर और भू-राजनीतिक जोखिम जैसे वैश्विक संकेतों से प्रभावित होंगी. अभी सोने-चांदी के खरीदार इंतजार कर रहे हैं और निगरानी बनाए हुए हैं.
(नोट- किसी भी एसेट में निवेश या खरीदारी से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)