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BT Tech Conclave: डेटा अब हवा-पानी की तरह जरूरी, इसका प्रबंधन अहम है: अनंत माहेश्वरी 

Business Today Tech Conclave में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (Microsoft India) के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी ने कहा कि डिजिटल प्रगति किसी उद्देश्य पर आधारित होना चाहिए और टेक्नोलॉजी के द्वारा समावेशी विकास होना चाहिए.

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माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी (फाइल फोटो)
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बिजनेस टुडे टेक कॉन्क्लेव का आयोजन
  • Microsoft इंडिया प्रेसिडेंट ने रखी बात

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (Microsoft India) के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी का कहना है कि डेटा अब नया तेल ही नहीं बल्कि हवा और पानी की तरह जरूरी हो गया है. इसलिए यह काफी अहम है कि इसका प्रबंधन किस तरह से किया जाता है. बिजनेस टुडे टेक कॉन्क्लेव (Business Today Tech Conclave) को संबोध‍ित करते हुए उन्होंने यह बात कही. 

अनंत माहेश्चवरी ने कहा, कि टेक्नोलॉजी जगत में खासकर डेटा की बात करें तो इस समय दो बड़े ट्रेंड हैं. पहला डेटा और आर्टिफिश‍ियल इंटेलीजेंस (AI) का इस्तेमाल नए स्तर पर पहुंचा है जो पहले कभी नहीं था. नैस्कॉम ने अनुमान लगाया है कि जीडीपी में आधा ट्रिलियन डॉलर योगदान डेटा और एआई मूवमेंट की वजह से हो सकता है. दूसरा बड़ा ट्रेंड है ट्रस्ट और सिक्योरिटी जिसमें हमारा देश लगातार तरक्की कर रहा है. डेटा प्राइवेसी लोगों का बुनियादी अध‍िकार है. प्राइवेसी और ट्र्रस्ट डिजाइन में ही समाहित होना चाहिए. 

माहेश्वरी ने कहा कि डेटा को प्रोडक्ट‍िव और कॉम्पीटिटिव बनाना होगा. उन्होंने कहा, 'डेटा अब तेल ही नहीं हवा और पानी की तरह हो गया है. डेटा हमारे आसपास है, लेकिन उसका गवर्नेंस, मैनेजमेंट महत्वपूर्ण है.' 

उद्देश्य पर आधारित हो विकास

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उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रगति किसी उद्देश्य पर आधारित होना चाहिए और टेक्नोलॉजी के द्वारा समावेशी विकास होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आईटी बूम को अब डेटा और एआई की तरफ ले जाना होगा. उन्होंने कहा, 'इन क्षेत्रों में काफी कुछ निवेश आरऐंडी और कौशल विकास हो रहा है. लेकिन डेटा गवर्नेंस को मजबूत करना होगा ताकि इसे सही तरीके से मैनेज किया या जा सके  इंडस्ट्री बॉडी, कारोबारियों, स्टार्टअप, सरकार, एकेडमिक जगत सबको मिलकर डेटा और एआई के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर काम करना होगा.'

इकोनॉमिक ग्रोथ का ड्राइवर

भारत की अगल दशक की इकोनॉमिक ग्रोथ टेक इन्टेसिंटी पर आधारित होगी. टेक इन्टेसिंटी  ने हेल्थकेयर, बैंकिंग, मैन्युफक्चरिंग में काफी बदलाव किया है. पब्लिक सेक्टर और सरकार भी क्लाउड, डेटा और एआई का इस्तेमाल करते हुए काफी तेजी से बदलाव कर रहे हैं. 

 

 

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