बिहार में समस्तीपुर रेल मंडल से गुजर रही पोरबंदर-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस की एक बोगी में कुछ ऐसा हुआ, जिसने वहां मौजूद हर यात्री के चेहरे पर मुस्कान ला दी. जनरल बोगी में सफर कर रही एक प्रेग्नेंट महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई. सूचना मिलते ही रेलवे के टीटीई और कंट्रोल टीम सक्रिय हुई और ट्रेन में सफर कर रही एएनएम की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया गया. जैसे ही बच्ची की किलकारी ट्रेन में गूंजी, पूरा डिब्बा खुशी और तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
दरअसल, वसीम नाम का यात्री गुजरात के जामनगर से अपनी प्रेग्नेंट पत्नी के साथ मुजफ्फरपुर जा रहा था. वसीम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुधाना कस्बे का रहने वाला है. ट्रेन जब समस्तीपुर मंडल के कुमारबाग स्टेशन के नजदीक पहुंची, तभी वसीम की पत्नी को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. ट्रेन की सीमित सुविधाओं के बीच यह चुनौतीपूर्ण था.

यात्रियों ने तुरंत मामले की जानकारी ट्रेन स्टाफ और कंट्रोल को दी. सूचना मिलते ही मुजफ्फरपुर के CTTI इंचार्ज राकेश कुमार ने तुरंत सभी टीटीई को अलर्ट किया. ट्रेन में ड्यूटी कर रही टीटीई टीम तक खबर पहुंची. इस दौरान पता चला कि उसी ट्रेन में एक एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) भी सफर कर रही हैं. उन्हें तुरंत जनरल बोगी में ले जाया गया.
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ट्रेन की जनरल बोगी का दृश्य किसी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड जैसा बन गया. सीट के चारों ओर चादर से घेरा बनाया गया और एएनएम ने महिला की डिलीवरी की तैयारी शुरू कर दी. थोड़ी देर ट्रेन में ही सुरक्षित प्रसव हो गया. महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. जैसे ही नवजात की किलकारी ट्रेन के डिब्बे में गूंजी, माहौल खुशी से भर गया. यात्री तालियां बजाने लगे. रेलवे कर्मियों के चेहरे पर भी मुस्कान दिखाई दी.

इसके बाद बेतिया स्टेशन पर पहले से तैयार मेडिकल टीम ने ट्रेन में चढ़कर जच्चा-बच्चा की जांच की. दोनों स्वस्थ पाए गए. रेलवे ने जच्चा-बच्चा को यात्रा जारी रखने की अनुमति दी. ट्रेन के पैंट्री कार से परिवार को खाने-पीने की सामग्री भी उपलब्ध कराई गई.
सूचना जब समस्तीपुर रेल मंडल की सीनियर डीसीएम अनन्या स्मृति तक पहुंची तो उन्होंने खुद इसकी मॉनिटरिंग की. इस पूरी प्रक्रिया को सफल बनाने में शामिल राकेश कुमार, मनोज कुमार, धीरज कुमार, मुकेश कुमार, अजीत कुमार ठाकुर समेत पूरी टीटीई टीम को बधाई दी गई. डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा ने भी कर्मियों की सराहना की और कहा कि यह रेलवे की मानवता और तत्परता का उत्कृष्ट उदाहरण है.