देश की सबसे आधुनिक और तेज़ ट्रेनों में शामिल वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर असामाजिक तत्वों की शरारत का शिकार बन गई. बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया स्टेशन के पास शनिवार की देर शाम वंदे भारत (गाड़ी संख्या 26501) पर चार नाबालिग लड़कों ने अचानक पत्थर फेंक दिए, जिससे ट्रेन के दो कोचों के शीशे चकनाचूर हो गए.
बेतिया में वंदे भारत पर पत्थरबाजी
घटना उस समय हुई जब पाटलिपुत्र से गोरखपुर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस चनपटिया स्टेशन के पास धीमी गति से गुजर रही थी. उसी दौरान ट्रैक के किनारे खड़े चार लड़कों ने एकाएक सी-4 और सी-5 कोच पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया. इससे कोच के शीशे टूट गए और ट्रेन में बैठे यात्रियों में भगदड़ और दहशत फैल गई.
आरपीएफ ने चार नाबालिगों को पकड़ा
घटना के तुरंत बाद ट्रेन को रोका गया और RPF टीम ने जांच शुरू की. एक सतर्क RPF जवान ने पत्थरबाज़ी के तुरंत बाद एक संदिग्ध लड़के की तस्वीर खींच ली थी. इसके बाद इलाके के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिससे चारों आरोपियों की पहचान हो गई.
RPF और GRP की संयुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में सभी नाबालिग निकले, जो चनपटिया थाना क्षेत्र के निवासी हैं. पूछने पर उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने 'मज़े में' चलती ट्रेन पर पत्थर फेंके. किसी प्रकार की जानबूझकर दुश्मनी या साजिश नहीं थी.
रेलवे ने घटना को गंभीरता से लेते हुए रेलवे एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. नाबालिगों की इस हरकत को लेकर स्थानीय प्रशासन ने सख्ती के निर्देश दिए हैं.