पटना नगर निगम की शुक्रवार को हुई बैठक अब राजनीतिक और प्रशासनिक टकराव का बड़ा मुद्दा बन गई है. बैठक में हुए हंगामे और गाली-गलौज के बाद मामला इतना बढ़ गया कि देर रात मेयर के घर पुलिस छापेमारी तक पहुंच गया.
बताया जा रहा है कि निगम आयुक्त अनिमेश पराशर ने बैठक में मेयर पुत्र शिशिर कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद गांधी मैदान, कदमकुआं और आलमगंज थानों की पुलिस देर रात मेयर के आवास पर पहुंची. पुलिस की ओर से दरवाजा खुलवाने के दौरान दरवाजे पर लात मारने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. जैसे ही पुलिस को इसका एहसास हुआ, वे मौके से पीछे हट गए.
पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
इस कार्रवाई से नाराज स्थानीय लोगों ने निगम आयुक्त का पुतला फूंका और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम एक राजनीतिक साजिश है, ताकि शिशिर कुमार को आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से रोका जा सके.
भीड़ में मौजूद कई लोगों ने शिशिर कुमार को पटना साहिब से विधायक बनाए जाने की मांग की. उनका कहना था कि शिशिर की बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोग परेशान हैं और यही वजह है कि उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराकर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है.
'मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया जा रहा'
मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने बयान देते हुए कहा, 'मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं. यह सब एक राजनीतिक साजिश है ताकि मेरी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके. झूठे केस में फंसाकर मुझे चुनाव से रोकने की कोशिश की जा रही है.' वहीं पुलिस का कहना है कि गांधी मैदान थाना में शिशिर कुमार के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज की गई है और उसी के चलते वे जांच के लिए पहुंचे थे.