भारत नेपाल सीमा के पास रक्सौल में इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने एक नाइजीरियाई नागरिक को कस्टडी में लिया है. यह नाइजीरियाई फर्जी पासपोर्ट के जरिए नाम बदलकर भारत में एंट्री कर रहा था. पकड़े गए युवक का नाम Uche Joseph Okoke है, जो 15 अप्रैल 2012 को मेडिकल वीजा पर भारत आया था. उसे डिपोर्ट कर दिया गया था. इसके बावजूद 3 सितंबर 2025 को उसने नेपाल के काठमांडू हवाई अड्डे से फर्जी पहचान बनाकर रक्सौल में एंट्री करने की कोशिश की. उसे कस्टडी में लेकर हरैया थाने की पुलिस को सौंपा गया है.
जानकारी के अनुसार, यह मामला भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल बीरगंज (नेपाल) सड़क खंड के रक्सौल सीमा का है. यहां एंट्री करते हुए नाइजीरियन को पकड़ा गया है. नाइजीरियन नागरिक uche joseph okoke का जन्म 20 मई 1977 में हुआ था, जिसका पासपोर्ट में जिक्र है.

अधिकारियों का कहना है कि यह विदेशी नागरिक तीन माह के मेडिकल वीजा पर 15 अप्रैल 2012 में भारत आया था, जिसे FRRO मुंबई से Leave इंडिया नोटिस जारी कर मुंबई एयरपोर्ट से 29 दिसंबर 2024 को डिपोर्ट कर दिया गया था.
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इसके बाद उसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए और 3 सितंबर को नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधे रक्सौल में फिर से एंट्री करने की कोशिश की. इस बार उसने अपना नाम और पासपोर्ट बदल दिया था. मोतिहारी पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए इस मामले की जानकारी दी है.
उसने जो दूसरा पासपोर्ट बनवाया, उसमें नाम ballo antoine लिखा था और डेट ऑफ बर्थ 6 जून 1977 दर्ज है. इसी के साथ नागरिकता रिपब्लिक ऑफ cote d "ivoire लिखी हुई है. इस बारे में हरैया थाना प्रभारी किशन पासवान ने बताया कि फर्जी नाम से भारत में प्रवेश करने पर अग्रिम कानूनी कार्यवाही की जा रही है. अन्य सुरक्षा एजेंसियां इसके मंसूबों की जांच में जुटी हैं कि यह नाम और देश की नागरिकता बदलकर फिर से भारत में क्यों एंट्री कर रहा था.